History, asked by riddhimajha, 9 months ago

हमारे पुरखों को पितृपक्ष मैं हमसे कुछ पाने के लिए काक बनकर ही अवतीर्ण होना परता है. path के आधार पर स्पष्ट kijiye​

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Answered by kunal9097
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Answer:

पितृ पक्ष के दौरान कौवे का अत्याधिक महत्व होता है। पूजन के बाद घाटों पर ही कौवे के लिए निकाला जाता है। शास्त्रों के अनुसार पितृ पक्ष के दौरान कौवे पितरों के संदेशवाहक के रूप में कार्य करते हैं और पूजन के बाद कौवे के लिए निकाला गया भोजन उनके ग्रहण करने से खुद ही पितरों तक पहुंच जाता है। पतरों को दिए जाने वाले भोजन को ग्रहण करने के लिए अब भारत में कौवों को तलाशना पड़ता है, वो भी इन 15 दिनों में सबसे ज्यादा।

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