हमारे देश भारत में कई देशभक्तों ने अपनी जान की परवाह किए बिना स्वतंत्रता के लिए कठोर संघर्ष किया था। आपको
उनमें से सबसे प्रिय कौन और क्यों लगता है? इस बारे में कुछ वाक्य लिखो-
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भारत में कई देशभक्तों ने अपनी जान की परवाह किए बिना स्वतंत्रता के लिए कठोर संघर्ष किया था यह मुझे सबसे प्रिय वाक्य लगता है हमारे देश में कई ऐसे महापुरुष हुए हैं जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया जिसमें से भगत सिंह सुखदेव चंद्रशेखर आजाद इत्यादि है हमें उन भारत के वीर पुत्रों को शत शत नमन है जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया भारत के वीर पुत्रों ने अपने प्राणों का मोह नहीं किया बल्कि देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों को न्योछावर कर दिया
सुभाष चन्द्र बोस ब्रिटिश शासन से भारत की स्वतंत्रता के लिए द्वितीय विश्व युद्ध के समय साहस पूर्ण लड़ाई लड़ी । वे क्रांतिकरी स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने के लिए बहुत सारे लोगों को प्रेरित किया । उन्होंने स्वराज नमक अखबार के माध्यम से लोगो के सामने आपने विचार प्रकट किए ।वह द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारत से भाग गए और जर्मनी से मदद मांगी जहां उसे हिटलर द्वारा दो साल के लिए सैन्य प्रशिक्षण दिया गया था।
उन्होंने जर्मनी, इटली और जापान के भारतीय निवासियों और युद्ध के कैदियों को प्रशिक्षित करके अपनी भारतीय राष्ट्रीय सेना खड़ी की। वह अच्छे मनोबल और अनुशासन के साथ एक सच्चे भारतीय राष्ट्रीय सेना (आजाद हिंद फौज) बनाने में सफल सफल रहे और ब्रिटिश से लड़ाई लड़ी पर किसी कारण उनका निधन दुर्घटना में हो गया और लड़ाई में आजाद हिन्द हर गई ।
वे हमें सबसे प्रिय है क्यूंकि उन्होंने हमारे लिए ब्रिटिश से कड़ी तकर ली और जीत भी जाते आगर उनकी मृत्यु नहीं होती ।