“हम िायद कलम कहााँ रखी है यह भूल जाएाँ , पर यह नहीं भूलिे तक उदूत क्लास के मौलवी साहब
पान कै से चबािे थे|” प्रस्तुि पंस्मि का क्ा भाव है?-
I. बचपन की यादों को भूलना मुस्मिल ही नहीं असंभव होिा है।|
II. पान चबाना दृश्य आधाररि स्मृति है इसतलये भूलना कतिन होिा है।
III. तिक्षकों के हाव भाव स्मृति पिल पर स्थायी प्रभाव छोड़ देिे हैं|
IV. आयु के साथ हमारी लघु कालीन स्मृति कम हो जािी है और हम चीज़ें खोना िुरू कर देिे
हैं|
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“हम िायद कलम कहााँ रखी है यह भूल जाएाँ , पर यह नहीं भूलिे तक उदूत क्लास के मौलवी साहब पान कै से चबािे थे|” प्रस्तुि पंस्मि का क्ा भाव है?- I. बचपन की यादों को भूलना मुस्मिल ही नहीं असंभव होिा है। |
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