Hamari beti hamara samman hindi essay
Answers
Answered by
1
मेरी बेटी मेरा गौरवः बेटियों के सम्मान में जुटे लोगों ने दीप जलाकर लिया संकल्प
तेरी मुस्कान से मिल जाता मेरे थके शरीर को सहारा... तू ही है मेरी बेटी, मेरा गौरव'।
तुझसे जगमग घर, तुझसे रोशन मेरा आंगन
'तुझसे जगमग घर, तुझसे रोशन मेरा आंगन..., तेरी नादानी, तेरी शरारतें मन को लुभाती मेरे' तू न हो तो छाया रहता सूनापन, तेरी मुस्कान से मिल जाता मेरे थके शरीर को सहारा... तू ही है मेरी बेटी, मेरा गौरव'। ये भावनाएं उन बेटियों को समर्पित हैं जो बाबुल की बिटिया, मां की लाडली, भाई की दुलारी हैं, जो रूप हंै स्नेह और समर्पण का। दैनिक भास्कर की बेटियों को समर्पित मुहिम 'मेरी बेटी, मेरा गौरव' के अंतर्गत बुधवार को सेक्टर-17 प्लाजा बेटियों के सम्मान में जले हजारों दीपों से रोशन हो उठा। कैंडल मार्च में बच्चे, यूथ, कपल सहित हर वर्ग के लोगों ने दीपक जलाकर बेटी बचाने का आह्वान किया।
चंडीगढ़. बेटा एक वंश चलाता है, बेटियां दो घरों की शान होती है बेटियां...,हम सबको मिलकर कन्या भू्रण हत्या जैसे पाप को रोकना होगा...। इस तरह की गंूज बुधवार को सेक्टर-17 प्लाजा में सुनाई दी। शाम होते ही प्लाजा में सिटी ब्यूटीफुल के लोग कैंडल मार्च के लिए इकठ्ठे होने लगे थे। प्लाजा में 400 से अधिक लोगों ने दीपक जलाकर बेटियों को बचाने, उनकी रक्षा करने का संकल्प लिया। इस कैम्पेन में यूथ का काफी उत्साह नजर आया। करीब ३ हजार दीपों की रोशनी से शाम 8.30 बजे तक प्लाजा जगमगाता रहा। कैम्पेन में आईं पीयू की बीए फाइनल स्टूडेंट्स राधिका ने कहा कि अगर बेटी को बचाने की शुरुआत हमें अपने घर से करनी चाहिए। अगर हम मिलकर ये करेंगे तो कन्या भू्रण हत्या जैसे पाप को आसानी से रोक सकेंगे। जीसीजी की स्टूडेंट आरूषि मित्तल ने कहा कि हर इंसान अगर एक बेटी बचाने का निर्णय ले तो हम बेटियां बचाने की मुहिम में कामयाब हो सकते हैं। कैंडल मार्च में भी सैकड़ों लोगों ने हाथों में कैंडल लेकर बेटी को बचाने का आह्वान किया। सविता चावला ने कहा कि समाज में आज लड़कियों के लिए मानसिकता बदलनी होगी।
तेरी मुस्कान से मिल जाता मेरे थके शरीर को सहारा... तू ही है मेरी बेटी, मेरा गौरव'।
तुझसे जगमग घर, तुझसे रोशन मेरा आंगन
'तुझसे जगमग घर, तुझसे रोशन मेरा आंगन..., तेरी नादानी, तेरी शरारतें मन को लुभाती मेरे' तू न हो तो छाया रहता सूनापन, तेरी मुस्कान से मिल जाता मेरे थके शरीर को सहारा... तू ही है मेरी बेटी, मेरा गौरव'। ये भावनाएं उन बेटियों को समर्पित हैं जो बाबुल की बिटिया, मां की लाडली, भाई की दुलारी हैं, जो रूप हंै स्नेह और समर्पण का। दैनिक भास्कर की बेटियों को समर्पित मुहिम 'मेरी बेटी, मेरा गौरव' के अंतर्गत बुधवार को सेक्टर-17 प्लाजा बेटियों के सम्मान में जले हजारों दीपों से रोशन हो उठा। कैंडल मार्च में बच्चे, यूथ, कपल सहित हर वर्ग के लोगों ने दीपक जलाकर बेटी बचाने का आह्वान किया।
चंडीगढ़. बेटा एक वंश चलाता है, बेटियां दो घरों की शान होती है बेटियां...,हम सबको मिलकर कन्या भू्रण हत्या जैसे पाप को रोकना होगा...। इस तरह की गंूज बुधवार को सेक्टर-17 प्लाजा में सुनाई दी। शाम होते ही प्लाजा में सिटी ब्यूटीफुल के लोग कैंडल मार्च के लिए इकठ्ठे होने लगे थे। प्लाजा में 400 से अधिक लोगों ने दीपक जलाकर बेटियों को बचाने, उनकी रक्षा करने का संकल्प लिया। इस कैम्पेन में यूथ का काफी उत्साह नजर आया। करीब ३ हजार दीपों की रोशनी से शाम 8.30 बजे तक प्लाजा जगमगाता रहा। कैम्पेन में आईं पीयू की बीए फाइनल स्टूडेंट्स राधिका ने कहा कि अगर बेटी को बचाने की शुरुआत हमें अपने घर से करनी चाहिए। अगर हम मिलकर ये करेंगे तो कन्या भू्रण हत्या जैसे पाप को आसानी से रोक सकेंगे। जीसीजी की स्टूडेंट आरूषि मित्तल ने कहा कि हर इंसान अगर एक बेटी बचाने का निर्णय ले तो हम बेटियां बचाने की मुहिम में कामयाब हो सकते हैं। कैंडल मार्च में भी सैकड़ों लोगों ने हाथों में कैंडल लेकर बेटी को बचाने का आह्वान किया। सविता चावला ने कहा कि समाज में आज लड़कियों के लिए मानसिकता बदलनी होगी।
ips420:
please mark me as brainlist
Similar questions
English,
7 months ago
Accountancy,
7 months ago
Chemistry,
1 year ago
Math,
1 year ago
Chemistry,
1 year ago