हरो चरहिं, तापहिं बरत, फरे पसारहिं हाथ।
तुलसी स्वारथ मीत सब
मीत सब, परमारथ रघुनाथ।।1।।
Answers
Answered by
1
Answer:
,.....
Explanation:
A force is a push or pull upon an object resulting from the object's interaction with another object.
Answered by
4
Explanation:
गोस्वामी जी ने वृक्षों के माध्यम से संसार में प्राणियों की स्वार्थी प्रवृत्ति का चित्र अंकित किया है। वह कहते हैं कि इस संसार में जब वृक्ष हरे भरे होते हैं, तब पशु-पक्षी उन्हें चर लेते हैं। वे ही वृक्ष जब सूख जाते हैं तो लोग उन्हें जलाकर तापने लगते हैं और उन वृक्षों पर जब फल लगते हैं तो लोग हाथ फैलाकर उनसे फल ले लेते हैं। इस प्रकार प्राणी सब प्रकार से अपना स्वार्थ सिद्ध करने में लगे हुए हैं। गोस्वामी तुलसीदास जी कहते हैं कि परमार्थ के मित्र तो केवल श्री रघुनाथजी ही हैं, जो हर समय प्रेम करते हैं और दीन-स्थिति में तो विशेष रूप से प्रेम करते हैं।
Similar questions