Hindi, asked by dohareyharshil, 3 months ago

हरिण – शावक को पाना कालिदास के लिए ….
अ) अनुभूति का प्रश्न था।
ब) संवेदना का प्रश्न था।
क) अभ्यास का प्रश्न था।​

Answers

Answered by minilakshmananak
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Answer:

जब राजपुरुष दंतुल के बाण से घायल होकर हिरण शावक तड़प रहा था, तब कालिदास ने उसकी प्राण रक्षा करते हुए उसे अपने संरक्षण में लिया। उन्होंने घायल तड़पते हिरण-शावक को दूध पिलाया और उसके घावों पर घृत यानी घी लगाकर उसका उपचार किया। उन्होंने हिरण-शावक को अपनी गोद में उठाकर उसके कोमल शरीर को चलाते हुए उसे सांत्वना दी।

Answered by skumar741
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Answer:

1 is correct answer I hope help you

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