हर्षवर्धन का शासन प्रबन्धन का वर्णन करें
Answers
Answered by
1
Answer:
इसे सुनें
हर्ष के शासन का स्वरूप राजतन्त्रात्मक था। केन्द्रीय शासन में सम्राट का स्थान सर्वोपरि था। वही सेना का प्रधान और सर्वोच्च न्यायाधीश होता था। प्रजा का कल्याण उसका मुख्य उद्देश्य था।
Explanation:
please make a brainliest
Similar questions