हरित क्रांति के बाद भी 1990 तक हमारी 65 प्रतिशत जनसंख्या कृषि क्षेत्रक में ही क्यों लगी रही?
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हरित क्रांति के बाद भी 1990 तक हमारी 65 प्रतिशत जनसंख्या कृषि क्षेत्र में ही लगी रही क्योंकि उद्योग क्षेत्र और सेवा क्षेत्र, कृषि क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को समावेशित करने में असफल रहे। कई अर्थशास्त्री इसे 1950 से 1990 के दौरान अपनाई गई नीतियों की असफलता मानते हैं।
हरित क्रांति के बाद देश में कृषि उत्पादकता की वृद्धि से भारत खाद्यान्नों में आत्मनिर्भर हो गया । जैसे जैसे देश का आर्थिक विकास होता है, सकल घरेलू उत्पाद में कृषि के योगदान में और उस पर आश्रित जनसंख्या में काफी कमी आती है। भारत में 1950 से 1990 की अवधि में जीडीपी में कृषि क्षेत्र के अंशदान में तो कमी आयी, परंतु कृषि पर निर्भर जनसंख्या के अनुपात में नहीं । 1950 में 67.5% लोग एवं 1990 में 64.9% लोग कृषि पर निर्भर थे।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।
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हरित क्रांति के बाद 1990 तक हमारी 65% जनसंख्या कृषि क्षेत्र में ही लागी रहीं