CBSE BOARD XII, asked by sumitbhivsane307, 1 month ago

'हरित परिसराला लोक त्यांच्या कल्याणाचा महत्वाचा भाग म्हणून महत्त्व देतात.​

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Answered by BrainlyGovind
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पर्यावरण मनुष्य के लिए परम आवश्यक है।पर्यावरण हमारे जीवन में स्फूर्ती का संचार करता है। हरित परिसर से हमारा आशयविश्वविद्यालय में पूर्ण रुप से हरियाली का होना है। जिससे कि विद्यार्थी को निर्मलवातावरण मिल सके। विद्यार्थी जीवन में ध्यान देना चाहिए कि विश्वविद्यालय कावातावरण अनुकूल है या नहीं?

यदि विश्वविद्यालय में हरित परिसर होता हैतो विद्यार्थी का मन एकाग्र होगा। जिससे वह पूरा ध्यान पढाई में लगायेगा। इससेहमारा स्वयं का तो विकास होगा ही साथ-साथ और भी आने वाले विद्यार्थियों के लिएअनुकूल होगा। यदि हमारे आसपास पेड़-पौधे नहीं होंगे तो मनुष्य को शांति नहीं मिलपाती है। मनुष्य हमेशा तनावग्रस्त रहता है और उसकी दिनचर्या अव्यवस्थित रहता है।इसलिए विश्वविद्यालयों में पर्यावरण का महत्त्व बढ़ जाता है।

प्रायः सभी लोग जानते हैं कि मनुष्य कोपर्यावरण से शारीरिक लाभ भी मिलता है। हरित परिसर होने से सभी विद्यार्थियों का मनस्वतः ही सकारात्मक होगा। विद्यार्थी जीवन में मन का सकारात्मक होना बहुत जरुरीहै। यदि मन नकारात्मक होगा तो विद्यार्थी का जीवन अधर में होता है उनका मन हमेशाअशान्त रहेगा। इसका असर उसके आस-पास के वातावरण पर निर्भर करता है। हरित परिसरहोने से विद्यार्थियों के साथ ही साथ शिक्षकों को भी इसका लाभ मिलता है। यदि पर्यावरणअच्छा रहेगा तो शिक्षक को भी अनुभव होगा कि वह विद्यार्थियों के स्तर को किस तरहऊंचा करे।

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Answered by peermohamed54362
6

Answer:

पर्यावरण मनुष्य के लिए परम आवश्यक है।पर्यावरण हमारे जीवन में स्फूर्ती का संचार करता है। हरित परिसर से हमारा आशयविश्वविद्यालय में पूर्ण रुप से हरियाली का होना है। जिससे कि विद्यार्थी को निर्मलवातावरण मिल सके। विद्यार्थी जीवन में ध्यान देना चाहिए कि विश्वविद्यालय कावातावरण अनुकूल है या नहीं?

यदि विश्वविद्यालय में हरित परिसर होता हैतो विद्यार्थी का मन एकाग्र होगा। जिससे वह पूरा ध्यान पढाई में लगायेगा। इससेहमारा स्वयं का तो विकास होगा ही साथ-साथ और भी आने वाले विद्यार्थियों के लिएअनुकूल होगा। यदि हमारे आसपास पेड़-पौधे नहीं होंगे तो मनुष्य को शांति नहीं मिलपाती है। मनुष्य हमेशा तनावग्रस्त रहता है और उसकी दिनचर्या अव्यवस्थित रहता है।इसलिए विश्वविद्यालयों में पर्यावरण का महत्त्व बढ़ जाता है।

प्रायः सभी लोग जानते हैं कि मनुष्य कोपर्यावरण से शारीरिक लाभ भी मिलता है। हरित परिसर होने से सभी विद्यार्थियों का मनस्वतः ही सकारात्मक होगा। विद्यार्थी जीवन में मन का सकारात्मक होना बहुत जरुरीहै। यदि मन नकारात्मक होगा तो विद्यार्थी का जीवन अधर में होता है उनका मन हमेशाअशान्त रहेगा। इसका असर उसके आस-पास के वातावरण पर निर्भर करता है। हरित परिसरहोने से विद्यार्थियों के साथ ही साथ शिक्षकों को भी इसका लाभ मिलता है। यदि पर्यावरणअच्छा रहेगा तो शिक्षक को भी अनुभव होगा कि वह विद्यार्थियों के स्तर को किस तरहऊंचा करे।

हरित परिसर से विद्यार्थी अपने दिनचर्यामें बदलाव कर सकता है। यदि हमारा पर्यावरण स्वच्छ होगा तो निःसंदेह विद्यार्थी भीस्वस्थ रहेंगे। उनका मन हमेशा पर्यावरण के प्रति, अपनी पढाई के प्रति तथा लक्ष्यके प्रति सकारात्मक होगा। हरित परिसर होने से विश्वविद्यालय का माहौल खुशनुमाहोगा। हरित परिसर होने से और विश्वविद्यालय में इस तरह के प्रेरणादायक गुण को अपनासकते हैं। जिससे सभी विद्यार्थियों को पर्यावरण का महत्व पता चल पायेगा।

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