हर वह घटना जिससे हमें शारीरिक या मानसिक पीडा होती है, वह हमारे लिए दुर्घटना बन जाती है। हमारे साथ जो भी बुरा होता है, उसके जिम्मेदार अक्सर हम और हमारी लापरवाही ही होती है, किंतु कई बार दुर्घटनाएँ संयोगवश भी हो जाती हैं। मान लें कि फुटपाथ पर चल रहे व्यक्ति को ट्रकवाले ने टक्कर मार दी, इस दुर्घटना का पहला कारण ट्रक चालक का शराब पीने के कारण गाड़ी पर नियंत्रण खोना; दूसरा कारण ट्रक में तकनीकी समस्या आना (ब्रेक फेल) और तीसरा कारण सड़क पार करते हुए व्यक्ति को बचाने की कोशिश भी हो सकती है। अत: दुर्घटना का जिम्मेदार किसी एक व्यक्ति को पूर्णत: मानना न्यायसंगत नहीं होगा। परिस्थितियों के अनुसार ही यह तय किया जा सकता है कि दुर्घटना का वास्तविक कारण लापरवाही है या संयोग। उपरोक्त विषय पर ध्यान केंद्रित करते हुए विज्ञापन जारी करें
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हर वह घटना जिससे हमें शारीरिक या मानसिक पीडा होती है, वह हमारे लिए दुर्घटना बन जाती है। हमारे साथ जो भी बुरा होता है, उसके जिम्मेदार अक्सर हम और हमारी लापरवाही ही होती है, किंतु कई बार दुर्घटनाएँ संयोगवश भी हो जाती हैं। ... अत: दुर्घटना का जिम्मेदार किसी एक व्यक्ति को पूर्णत: मानना न्यायसंगत नहीं होगा।
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