harihar kaka ek sidhe or bole kisan ki apeksha chatur ho chale the kathan ke santharb ko50-70 sabdho me vichar vyakat kijiye
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Answer:
हरिहर काका के साथ इतना भयानक हादसा हो गया, तो इसने उन्हें चतुर और ज्ञानी बना दिया। वह जानते थे कि यह सब उनकी जायदाद के लिए हो रहा है। यदि यही चली गई, तो उसके बाद कोई उन्हें नहीं पूछेगा। अतः उन्होंने जमान किसी के भी नाम करने से मना कर दिया इसलिए लेखक ने ऐसा कहा है।
Explanation:
हरिहर काका एक सीधे और भोले किसान की अपेक्षा चतुर चले थे, क्योंकि उन्हें यह आभास हो गया था कि उनके जो भी सगे संबंधी हैं, वह सब स्वार्थी हैं। उन्हें अपनी इतनी लंबी आयु में जो ज्ञान हासिल नहीं हुआ वो उन्हें अपने जीवन की हाल-फिलहाल की कुछ घटनाओं से हासिल हो गया था। वो महसूस करने लगे थे कि उनके भाई और उनका परिवार उनके प्रति जो आदर सम्मान प्रदर्शित करता है और उन्हें सुरक्षा प्रदान करने की कोशिश करता है, वह कोई आत्मीयता या प्रेम की वजह से नहीं बल्कि सब उनकी जायदाद के प्रति मोह और लालचवश करते हैं।
हरिहर काका को गांव के महंत की चिकनी चिकनी चुपड़ी बातें भी समझ में आने लगी थी कि वह भी उनकी जायदाद को हड़पना चाहता है। उसे धर्म और परमार्थ से कोई मतलब नहीं। वो केवल उनके धन पर ऐश करना चाहता है।
इन सब घटनाओं से हरिहर काका को वास्तविक स्थिति का ज्ञान हो गया था और वह सीधे और भोले किसान की अपेक्षा चतुर को चले थे और उन्होंने निश्चय किया कि वह इन सब सब स्वार्थी लोगों से दूरी बनाकर रखेंगे और किसी की बातों में नहीं आएंगे।