Harihar kaka kahani samaj ke kis katu satya ko ujagar karti hai ?Spasht kijiye .kya matra paisa hi aaj parivarik rishto ki mithas ka adhar reh gya hai aap isse kinte sehmad he?
Answers
पाठ हरिहर काका में लेखक ने हमें पैसों की लालच का कटु सत्य हमारे सामने लाया.
पैसों की लालच के लिए हरिहर काका के परिवार भी उनके खिलाफ हो गए .भगवान को पूजने वाले महंत भी पैसों की लालच में अंधे हो गए.
मैं उस पंक्ति से पूरी तरह सहमत नहीं हूं ,हालांकि आज पैसा बहुत महत्वपूर्ण है और कई परिवारों में पैसों को ही सबसे ज्यादा महत्व दिया
जाता है. लेकिन कुछ परिवारों में भावो जैसे प्यार और विश्वास ही सबसे ज्यादा महत्व दिया जाता है
मैं मानती हूं कि पैसा के बिना कुछ नहीं हो सकता इस दुनिया में लेकिन प्यार जैसे भाव ही ही मनुष्य को जीवित रख सकती है .अगर सब लोग लालच में डूब गए तो यह दुनिया नहीं
रहेगी is mein सिर्फ मिट्टी के बने इंसान होंगे उनके दिल के अंदर भाग नहीं
"हरिहर काका" कहानी आज की दुनिया में मूल्यों की दरिद्रता को प्रदर्शित करती है। हमने कहानी में देखा कि हरिहर काका अपने परिवार को अपनी संपत्ति देने या न देने के बीच फंस गए थे। सच्चाई यह है कि आज की दुनिया में बहुत कम या कोई मूल्य नहीं हैं और पैसा किसी के लिए सब कुछ है। पैसे और परिवार के बीच चुनने में लोग पैसे का विकल्प चुनते हैं। और यह ही वह कटु सत्य है जिसे अध्याय में लोगों में प्रदर्शित किया गया है।