harivansh rai bachchan jivnee,tathye and kavita
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हरिवंश राय बच्चन ( २ans नवंबर १ ९ ० was - १) जनवरी २००३) २० वीं सदी के हिंदी साहित्य के नैवी कविता साहित्यिक आंदोलन (रोमांटिक अपसर्ग) के एक भारतीय कवि थे । कायस्थ जाति के श्रीवास्तव कबीले के एक अवधी भारतीय हिंदू परिवार में जन्मे , प्रतापगढ़ जिले के बाबूपट्टी गाँव में, संयुक्त भारत में आगरा और अवध के संयुक्त प्रांत में , वे हिंदी कवि सम्मेलन के भी कवि थे। । उन्हें अपने शुरुआती काम मधुशाला (मधुशाला) के लिए जाना जाता है । वह अमिताभ बच्चन के पिता और अभिषेक बच्चन के दादा , सामाजिक कार्यकर्ता, तेजस्वी बच्चन के पति भी हैं । 1976 में उन्हें हिंदी साहित्य की सेवा के लिए पद्म भूषण मिला ।
चाँदनी फैली गगन में, चाह मन में।
दिवस में सबके लिए बस एक जग है
रात में हर एक की दुनिया अलग है,
कल्पना करने लगी अब राह मन में;
चाँदनी फैली गगन में, चाह मन में।
भूमि के उर तप्त करता चंद्र शीतल
व्योम की छाती जुड़ाती रश्मि कोमल,
किंतु भरतीं भवनाएँ दाह मन में;
चाँदनी फैली गगन में, चाह मन में।
कुछ अँधेरा, कुछ उजाला, क्या समा है!
कुछ करो, इस चाँदनी में सब क्षमा है;
किंतु बैठा मैं सँजोए आह मन में;
चाँदनी फैली गगन में, चाह मन में।
चाँद निखरा, चंद्रिका निखरी हुई है,
भूमि से आकाश तक बिखरी हुई है,
काश मैं भी यों बिखर सकता भूवन में;
चाँदनी फैली गगन में, चाह मन मे ।
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