हस्ती चढ़िये ज्ञान कौं सहज दुलीचा डारी
स्वान रूप संसार है भूंकन दे झख मारि।
CLASS 9 NCERT SAKHIYAN
Answers
Answered by
13
Answer: संदर्भ - प्रस्तुत कविता हमारे पाठय पुस्तक साखिया नामक पाठ से लिया गया है इसके रचयिता कबीरदास जी हैं ।
प्रसंग - कवि का कथन है की हमें ज्ञान रूपी हाथी की सवारी करनी चाहिए और उस पर सहज साधना का आसन बिछाना चाहिए यह संसार कुछ न कुछ कहता रहता है हमें उसकी परवाह नहीं करनी चाहिए।
Similar questions