Hindi, asked by akash29193, 4 months ago

हस्ती चदिए ज्ञान को सहज दुलिचा डरी स्वान रूप संसार है भूकान दे झख मारी संदर्ब प्रसंग सहित भावार्थ​

Answers

Answered by mohittripathi942
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Answer:

प्रस्तुत दोहे में कबीरदास जी ने ज्ञान को हाथी की उपमा तथा लोगों की प्रतिक्रिया को स्वान (कुत्ते) का भौंकना कहा है। यहाँ रुपक अलंकार का प्रयोग किया गया है। दोहा छंद का प्रयोग किया गया है। यहाँ सधुक्कड़ी भाषा का प्रयोग किया गया है। यहाँ शास्त्रीय ज्ञान का विरोध किया गया है तथा सहज ज्ञान को महत्व दिया गया है।

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