hasya kavita for 8th
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Answer:
1.टीचर जी!
मत पकड़ो कान।
सरदी से हो रहा जुकाम।।
लिखने की नही मर्जी है।
सेवा में यह अर्जी है।।
ठण्डक से ठिठुरे हैं हाथ।
नहीं दे रहे कुछ भी साथ।।
आसमान में छाए बादल।
भरा हुआ उनमें शीतल जल।।
दया करो हो आप महान।
हमको दो छुट्टी का दान।।
जल्दी है घर जाने की।
गर्म पकोड़ी खाने की।।
जब सूरज उग जाएगा।
समय सुहाना आयेगा।।
तब हम आयेंगे स्कूल।
नहीं करेंगे कुछ भी भूल।।
2. यह मॉनिटर बन कक्षा के बड़ी शान दिखाते हैं.
क्लास में रौब है बाहर धक्के खाते हैं.
झूठी झूठी शिकायतों से हम सब को पिटवाते हैं,
मीठी मीठी बातों से टीचर जी को बहलाते हैं,
टीचर के ना आने पर खुद शासक बन जाते हैं,
ज़रा सा कुछ बोल दो टीचर से शिकायत करने जाते हैं.
छोटी छोटी बातों का बतंगड़ बनाते हैं.
मैडम इनको जल्दी बदलो हम सब यही चाहते हैं.
3. अच्छी तरह से अभी पढ़ना न आया
कपड़ों को अपने बदलना न आया
लाद दिए बस्ते हैं भारी-भरकम।
बचपन से दूर बहुत दूर हुए हम।।
Explanation:
this this is three poem anyone choose and write in your notebook
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