hasya ras ki paribhasha
Answers
Answered by
121
जहाँ किन्ही विचित्र स्थितियों या परिस्थितियों के कारण हास्य की उत्पत्ति होती है उसे ही हास्य रास कहा जाता है । इसका स्थायी भाव हास होता हैं । इसके अन्तर्गत वेशभूषा, वाणी आदि की विकृति को देखकर मन में जो विनोद का भाव उत्पन्न होता है उससे हास की उत्पत्ति होती है, इसे ही हास्य रस कहा जाता है । उदाहरण -
पैसा पाने का तुझे बतलाता हु प्लान ।
कर्ज लेकर बैंक से, हो जा अंतर्धान ॥
पैसा पाने का तुझे बतलाता हु प्लान ।
कर्ज लेकर बैंक से, हो जा अंतर्धान ॥
Answered by
0
Answer:
हास्य रस – Hasya Ras अर्थ–वेशभूषा, वाणी, चेष्टा आदि की विकृति को देखकर हृदय में विनोद का जो भाव जाग्रत होता है, उसे 'हास' कहा जाता है। यही 'हास' विभाव, अनुभाव तथा संचारी भाव से पुष्ट होकर 'हास्य रस' में परिणत हो जाता है।
Explanation:
Similar questions
English,
8 months ago
Biology,
8 months ago
English,
1 year ago
Art,
1 year ago
Social Sciences,
1 year ago