Hindi, asked by Eutuxia, 1 month ago

Hello Mates,
• Subject : Hindi
• Topic - Summary Writing

⇒ Question :
• Write the Summary of the following Lesson :
⇒ Chapter - ध्वनि
⇒ Class 8
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Answers

Answered by ltzAngel
6

 {\Large {\underline {\pink {प्रश्न}}}}

• Write the Summary of the following Lesson :

⇒ Chapter - ध्वनि

⇒ Class 8

 {\Large {\underline {\pink {उत्तर}}}}

ध्वनि पाठ सार

कवि मानते हैं कि अभी उनका अंत नहीं होगा। अभी-अभी उनके जीवन रूपी वन में वसंत रूपी यौवन आया है।कवि प्रकृति का वर्णन करते हुए कहते हैं कि चारों ओर वृक्ष हरे-भरे हैं,पौधों पर कलियाँ खिली हैं जो अभी तक सो रही हैं।कवि कहते हैं वो सूर्य को लाकर इन अलसाई हुई कलियों को जगाएँगे और एक नया सुन्दर सवेरा लेकर आएंगे। कवि प्रकृति के द्वारा निराश-हताश लोगों के जीवन को खुशियों से भरना चाहते है। कवि बड़ी तत्परता से मानव जीवन को संवारने के लिए अपनी हर ख़ुशी एवं सुख को दान करने के लिए तैयार हैं। वे चाहते हैं हर मनुष्य का जीवन सुखमय व्यतीत हो। इसिलए वे कहते है कि उनका अंत अभी नहीं होगा जबतक वो सबके जीवन में खुशियाँ नहीं लादेते।

Answered by mayajakhar79
14

उत्तर:-

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⠀⠀⠀⠀⠀⠀पाठ - 1

⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀ध्वनि

लेखक:- सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला जी

पाठ का सार (Summary)

ध्वनि कविता में कवि के अंतर्मन की आवाज़ को दर्शाया गया है। कवि का मानना है कि अभी उसका अंत नहीं होगा। अभी - अभी तो उसके वन रुपी जीवन में कोमल शिशु के समान वसंत का आगमन हुआ है। जिस प्रकार प्रकृति में वसंत के आते ही कोमलता, सुंदरता और मधुरता का रुप बढ़ जाता है वैसे ही मेरे जीवन में भी परिवर्तन आया है। मैं नई आशा से जीवन में यश प्राप्ति हेतु आगे बढ़ना चाहता हूं। मैं सोई हुई सुंदर कलियों को अपने हाथों से स्पर्श से प्रभात के आने का संदेश देकर जगाना चाहता हूं अर्थात जीवन में नवीन कार्यों की ओर अग्रसर होना चाहता हूं। वह फूलों की उनींदी आखों से आलस्य हटाकर उन्हें चुस्त व जागरुक करना चाहता है अर्थात अपने आपको प्रत्येक कार्य हेतु सक्रिय बनना चाहता है। कवि अपने जीवन में भी नए प्राणों का संचार कर निराशाओं, बाधाओं, आलस्य और प्रमाद को दूर भगाना चाहता है। कवि का मानना है कि उसका अंत अभी बहुत दूर है। वह अपने अदृश्य व अनंत से सप्राण भेंट करना चाहता है। वह अपने अंत से पूर्व अपने जीवन की आभा, सुषमा, व कर्तव्य - भावना को यशस्वी बनाकर वसंत की हरियाली के समान चारो ओर बिखरना चाहतें है।

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