English, asked by mini567, 10 months ago

hello

Recently u came upon a news item lack of fitness. write an article for a newspaper highlighting the importance of exercise and yoga in daily life. write in 100-250 words....
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i need best answer plz❤️​

Answers

Answered by aditi346454
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Answer:

Importance of yoga and Exercise in daily life

Yoga is an ancient science of body postures and mental concentration whose chief purpose is optimal self-realization and self-actualization. However, yoga is the most miscomprehended and misunderstood concept, not only in India, but throughout the world. The word ‘Yoga’ conjures up the images of ascetics, or yoga gurus doing some arduous physical postures or asnas! Only bending, stretching, moving, etc. of various body parts in association of certain breathing exercises is not the totality of Yoga. The word ‘Yoga’ in the entirety of its meaning, includes regulating and channeling mental forces towards the direction of merging the petty self with the infinite Universe and becoming one with IT.

The literal meaning of Yoga according to the Vedas is ‘union’. The reward of this union with the Universe is the unfolding and blossoming of our potential to its fullest and optimal level. In the famous documentary on mediation ‘Spiritual Reality: Journey Within’, many benefits of yoga have been enumerated upon. The documentary reveals how yoga replenishes and rejuvenates a yogi physically, mentally, and spiritually. In the state of perfect yoga one receives abundant cosmic energy, which heals, energizes, rejuvenates each and every cell, nerve, and organ of the physical, mental and spiritual body of a man. It cleanses the body of all the ills and toxins that might develop into some fatal ailments. It destresses the mental burdens. In nut shell we can say yoga is panacea to all ailments of body, mind, and soul.

Similarly, exercise is also very important for one’s health and prosperity. Exercise helps in preventing excess weight gain or maintaining weight loss. When you engage in physical activity, you burn calories. Exercise keeps your blood flowing smoothly, which decreases your risk of cardiovascular diseases. In fact, regular physical activity can help you prevent or manage a wide range of health problems and concerns, including stroke, metabolic syndrome, type 2 diabetes, depression, and certain types of cancer, arthritis and falls.

Exercise is not beneficial for body, but mind and emotions also. Exercising regularly for 30-45 minutes daily has great effects on the health of your brain. It also helps to improve mood. Exercises also helps in the creation of new neurons, due to this it keeps mental disorders like Alzheimer's or Parkinson's at bay. Regular exercise helps to increase the level of brain chemicals, which are responsible to make new brain cells and establishes connections between brain cells to help us learn and grasp new things. Physical activity stimulates various brain chemicals that may leave you feeling happier and more relaxed.

In conclusion it can be said that each and every individual in this world must include both yoga and exercise in his/her regime to live a healthy, prosperous, and great life.

Answered by aadil1290
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Answer:

लगातार और नियमित शारीरिक व्यायाम, प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ा देता है और यह हमारी नींद कम करता है इससे हमें सुबह उठने पर तकलीफ नहीं होतीहृदय रोग, रक्तवाहिका रोग, टाइप 2 मधुमेह और मोटापा जैसे समृद्धि के रोगों को रोकने में मदद करता है। यह मानसिक स्वास्थ्य को सुधारता है और तनाव को रोकने में मदद करता है।

अपने दोनों हाथों को जमीन पर जमा ले,ओर अपने दोनों कंधे के समांतर यानी बराबर रखें तथा अपने दोनों पैरों को भी पास पास थोड़ा अंतर रखकर,अब अपने सारे शरीर को एक सीध में कर ले।तब एक गहरा सांस भरें और धीरे धीरे अपनी सीने को जमीन की ओर अपनी बाहों को कोहनी से बहुत ही धीरे धीरे मोड़ते हुए ओर साथ ही दोनों कोहनियों को अपने सीने की ओर लगाकर ही मोड़ते हुए जमीन से कुछ ही ऊपर तक आये,अब कुछ देर यही रुके ओर अब इसी पोजिशन में रहते हुए अपने शरीर को अपने पैरों के दोनों पंजों से धकेलते हुए अपने सिर की ओर की दिशा में ही आगे को बढ़ना है और अपने दोनों हाथ को भी कोहनी से मोड़े मोड़े ही आगे की ओर शरीर को धकेलो,इस सारी मुद्रा में सारा शरीर पैरों से लेकर सिर तक एक ही सीध में जमीन से कुछ ही ऊपर को रहता हुआ,जितना बढा जा सके उतना बढ़कर आगे को अब कुछ देर वहीं ठहरना है,तब इसी अवस्था मे लगभग सारा शरीर एक सीध में हो जाएगा और आपकी नाक जमीन से कुछ इंच ही ऊपर रह कर लगी सी हो जाएगी और फिर वहीं रुक कर रुकना भी है,ओर अब जितना सम्भव हो रुककर फिर वैसे ही सारा शरीर सीधा रखकर अपने पंजों के बल से अपने शरीर को पीछे खिंचते हुए,ओर साथ ही दोनों हाथों से भी बिना कोहनी ऊपर को उठाये,पीछे को शरू की अवस्था मे आते हुए खिसकना है,यहां ऊपर को बिल्कुल भी नहीं उठाना है,ये याद रहे।इस अवस्था मे सारा शरीर सीधा ही रहेगा,इस बात को सारी दंडों को लगाते में ध्यान रखें।अब धीरे धीरे कंधे ओर कूल्हे से सारा शरीर व सीने को हाथों के बल कोहनियों को भी सीधा करते ऊपर की ओर उठते जाए,ओर पहले की ही मुद्रा में आ जाना है।और यही रुके रहना है।न कि अपने कूल्हों की ओर से उठना है,जैसा की आजकल की प्रचलित दंडों में सर्पासन की तरहां कूल्हों को उठाकर बार बार दंड लगायी जाती है,ये यहां बिलकुल भी नहीं करनी है।ये याद रखनी है,यही यहां समझने की विशेष बात और रहस्य है,जो राममूर्ति कि दंड को इन सभी प्रकार की दंड से बिलकुल ही अलग करती है। ध्यान रखने की विशेष बात:- अब यहां दूसरी बात यह है,की ये एक ही दंड में सीने को जमीन की ओर ले जाने में ही सारा समय धीरे धीरे बढ़ाते जाना है। ओर फिर आगे की ओर बढ़ने इर वहीं रुकने में ओर फिर वहां से वापस लौटने में ही सारा समय लगाना है,यो इन दंडों में बार बार दंड लगाने या दोहराने का बिलकुल भी नियम नहीं है। अब ये ही एक दंड में कम से कम पहले आधा मिनट से बढ़ाते हुए,आगे फिर 1 मिनट तक मे एक दंड लगाए और इससे आगे भी समय बढाते हुए 5 मिनट तक समय लगाकर वो एक ही दंड पूरी करनी है।यो समय बढाते हुए,केवल ऐसी ज्यादा से ज्यादा केवल 5 या 10 दंड ही लगानी है,जो सबसे उत्तम एक दंड 5 मिनट में पूरी हुई ओर होनी चाहिए,यो 10 दंड में 50 मिनट लगेंगे।न कि सो या हजार दंड लगानी है। आप इस लेख को ठीक से पढ़ेंगे ओर समझेंगे तो,जल्दी ही समझ आ जायेगा कि,आपको शक्तिशाली बनने का कितना बड़ा स्वास्थ विज्ञान बताया गया है।बस अब इसे करना बाकी है।

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