Hindi, asked by kslp1234, 7 months ago

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Answered by vilaspitale1
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पर्यावरण रक्षा कवच की तरह है, इसकी देखरेख करना हमारी जिम्मेदारी: जैन

3 वर्ष पहले

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भास्कर संवाददाता | गोरमीगोहद

वास्तविक अर्थों में पर्यावरण एक रक्षा कवच है। इसमें किंचित भी संदेह नहीं है कि सभी धर्मों का अवलंबन पर्यावरण है। सभी धर्मों का सार पर्यावरण ही है और इसकी देखरेख करने की जिम्मेदारी हम लोगों की है। यह बात गोरमी कस्बे में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित पौध रोपण के कार्यक्रम के दौरान मेडिकल ऑफिसर डॉ. नरेंद्र जैन ने कही। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थानीय प्रबंधन के द्वारा 50 पौधे अस्पताल परिसर में लगाए। साथ ही मेडिकल ऑफिसर ने कहा कि प्रकृति को अलग करके धर्म की कल्पना असंभव है। क्योंकि प्रकृति से ऊपर कोई नहीं है और इसी में हमारा जीवन प्राण है। लेकिन विडंबना है कि इसी प्रकृति की हम निरंतर उपेक्षा कर रहे हैं। अपने स्वार्थ कहें या अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति की खातिर हम उसका बेदर्दी से दोहन कर रहे हैं। इस मौके पर प्रवीण थापक, अजय भदौरिया सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

गोहद। राज्य महिला आयोग की प्रदेश अध्यक्ष लता वानखेड़े के नेतृत्व में इन दिनों प्रदेशभर में पौध रोपण करने का कार्य जोरशोर से किया जा रहा है। इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए गोहद क्षेत्र के शासकीय उत्कृष्ट सीनियर व जूनियर छात्रावास में राज्य महिला आयोग की सखी सुधा राठौर व विद्यार्थियों की मदद से 70 पौधे लगाए गए। सुधा राठौर ने कहा कि हमें न केवल पौधे लगाकर अपनी जिम्मेदारी पूरी करनी है, बल्कि इनकी देखरेख करना भी हमारा दायित्व है। इस मौके पर मीना जयंत, रामकेशी राठौर, सुमन त्यागी, अर्चना शर्मा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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