Hindi, asked by rishu1168, 1 year ago

Here is a Question for you all !!

This is my Holidays Homework ( class 9)

=> Ab aapka school me ek hi saal reh gaya hai. Abhi tak apni khatti meethi yaadon ko ek Diary ke roop me Likhe..

I need this answer in Hindi. Answer only if you know it. No spams!

Answers

Answered by dharabansal123
4

Answer:

मैं आज दुखी और खुश दोनों हू | मैं दुखी इसलिए हू क्योंकि मेरा स्कूल में एक ही साल रह गया है| और मैं खुश इसलिए हू क्योंकि मेने स्कूल में पढ़ने के साथ ही मौज मस्ती भी की और मेंने स्कुल के सभी सालो को बहुत अछे से भी बिताया | मुझे अपने सभी दोस्तों की याद भी आएगी |

HOPE IT HELPS


rishu1168: Edit and add a little more
rishu1168: word limit - 200 words
dharabansal123: sry the little bit i can do i had done
Answered by MsPRENCY
136

दिनांक : 8 जून, सन् 2019

प्रिय डायरी,

विद्यार्थी जीवन, एक ऐसी अवस्था है जिसे हम बचपन में इतना पसंद नही करते•• माँ का सुबह -सुबह उठाना किसे पसंद होगा ? परंतु यही दिन उम्रभर याद आते हैं।

दोस्तों के साथ मस्ती करते - करते पता ही नहीं चला कब हम इस पड़ाव पर आ गए कि एक साल बाद हमें यह विद्यार्थी जीवन छोङना पङेगा।

होली में जो हमने मस्ती की वो तो उम्रभर याद रहेगी। अध्यापक को परेशान करना और फिर उनका हमें दंड देना••फिर हमारे एक ' साॅरी ' बोलने पर माफ कर देना•• बहुत याद आएगा। और हाँ गणित के अध्यापक से ये कहना कि - '' सर! आज बहुत सारा गृहकार्य मिला हैं, आप तो हमारे प्रिय अध्यापक हैं•• आप गृहकार्य नहीं देंगे न ? ☺

और फिर सर का कहना - '' मैं तो तुम सब का प्रिय अध्यापक हू, तो सबसे ज्यादा गृह कार्य तो मुझे ही देना चाहिए। ''

और फिर हम सब के लटके हुए ( उदास) चेहरे देखकर उनका मान जाना•••

कक्षा में अध्यापक की अनुपस्थिति में हमारा शोर करना और उनके आते ही चुप हो जाना।

दोस्तो के साथ में खाना खाना•• और जब कोई टिफिन छीन ले तो उसे मोटा/मोटी कहकर चिढ़ाने में जो मजा आता, वो तो स्कूल टाॅप करने पर भी न आता।

चाकलेट छीनकर खा लेना, दोस्त के गृहकार्य में मदद करना••

क्रिकेट का वो दिन••• जब हमने अपने से बङे विद्यार्थियों को करारी हार दी, ऐसा आभास हो रहा था मानो दुनिया जीत ली हो।

परीक्षा में कम अंक आने पर पिताजी की वो बातें••जिन्हें सुनकर ऐसा प्रतीत होता मानो हम तो कुछ पढते ही नही ।

बिना पढे ही टाॅप!

कक्षा में जब किसी से छत्तीस का आंकड़ा होता, तो बस कक्षा में ही महाभारत शुरू और थोड़ी ही देर बाद लखनऊ के नवाब बनकर - '' पहले आप! पहले आप ! '' करना।

बहुत याद आएंगे वो दिन।

टीचर्स का प्यार और मार, दोस्तों के संग यारी और लङाई और ढेर सारी मस्ती••• बहुत याद आएंगे ये खट्टे - मीठे दिन।

काश! ये लम्हे यहीं थम जाएं।

-- ( आपका शुभ नाम/हस्ताक्षर )

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धन्यवाद


dharabansal123: aapne yeh answer google se copy kiya h?
MsPRENCY: what ?
Anonymous: Amazing! :))
MsPRENCY: Thanks ☺
dharabansal123: answer
MsPRENCY: Thanks:)
Anonymous: amazing
akhlaka: Super se bhi upar wala answer :claps:❤
MsPRENCY: TYSM☺
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