History, asked by itzzkyara07, 11 months ago

hey guys a very good afternoon to all of you !!!!NEED YOUR HELP PLZ HELP ME ................QUESTION IS HERE ------- विद्यार्थियों आप सभी आज की परिस्थिति से
अवगत अर्थात् कोरोना के कारण लॉक्डॉउना
उस लॉक्ठाउन का प्रकृति एवमामाज पर क्या
प्रभाव पड़ा है अपने अनुभव लिखो। the correct answer will be marked as brainlist ​

Answers

Answered by learner5640
3

Your answer ==】

जैसा कि आज की वर्तमान स्थिति से हम भलीभांति परिचित है। आज कोरोना नामक महामारी के कारण केवल भारतवर्ष या कुछ देश नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व संकट की स्थिति पर आ चुका है। आज की स्थिति कुछ ऐसी हो चुकी है जिसकी शुरुआत तो हम देख ही रहे हैं किंतु भविष्य ओर भी कितना भयावह होने वाला है उसका अनुमान लगाकर भी रूह कांप सी जाती है। इसी भयावह स्थिति के अनुमान से ही वर्तमान सरकार द्वारा सम्पूर्ण देश मे lockdown लगा दिया गया। यह lockdown लगाए जाने वाले curfew से कुछ कदम आगे का प्रयास है। माना कि जारित lockdown विपत्ति समय का कार्य है एवं हम यही उम्मीद करते है कि जल्द ही ऐसी स्तिथि आ जाए कि lockdown ओर अधिक बढ़ाना ना पडे।

किन्तु आज अगर गौर किया जाए तो कही ना कही इस lockdown की वजह से इस प्रकृति व समाज को एक नया संदेश मिला है। lockdown की वजह से आज road पर दिन रात की भागदौड़ कही थम सी गयी है। वाहनों के न चलने के कारण फिर से एक लंबे समय बाद एक साफ चहचहाता आसमान को देखने का मौका मिला है। इस बीमारी ने कही ना कही ये समझाया है मनुष्य को की धरती माँ को मात्र अपनी स्वयं की सम्पति समझने वाले आज यह जान लो कि यह सम्पूर्ण प्रकृति पर सम्पूर्ण जीव जगत का अधिकार है। आज लंबे समय बाद आकाश में पक्षि स्वेच्छा से घूम पा रहें। आज प्रकृति फिर से नज़र apne rup mai आ रही hai. आज इस स्थिति ने समाज को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से यह बता दिया कि परिवार कितना आवश्यक है। आज दिन भर social media में अपना समय बिताने वाले हम यह जान गए है कि चाहे हम कितने ही फेसबुक aur इंस्टाग्राम दोस्त बना ले पर आखिर में परिवार ही काम आता है, आज व्यक्ति एक बार फिर से अपने परिवार को अपना समझने लगा है। अतः आप से निवेदन है कि आज की इस स्थिति मे हम सब अपना व अपने परिवार, प्रकृति का ध्यान रखें।

Answered by rossy99
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Answer:

lockdown की वजह से आज road पर दिन रात की भागदौड़ कही थम सी गयी है। वाहनों के न चलने के कारण फिर से एक लंबे समय बाद एक साफ चहचहाता आसमान को देखने का मौका मिला है। इस बीमारी ने कही ना कही ये समझाया है मनुष्य को की धरती माँ को मात्र अपनी स्वयं की सम्पति समझने वाले आज यह जान लो कि �ह सम्पूर्ण प्रकृति पर सम्पूर्ण जीव जगत का अधिकार है। आज लंबे समय बाद आकाश में पक्षि स्वेच्छा से घूम पा रहें। आज प्रकृति फिर से नज़र apne rup mai आ रही hai. आज इस स्थिति ने समाज को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से यह बता दिया कि परिवार कितना आवश्यक है। आज दिन भर social media में अपना समय बिताने वाले हम यह जान गए है कि चाहे हम कितने ही फेसबुक aur इंस्टाग्राम दोस्त बना ले पर आखिर में परिवार ही काम आता है, आज व्यक्ति एक बार फिर से अपने परिवार को अपना समझने लगा है। अतः आप से निवेदन है कि आज की इस स्थिति मे हम सब अपना व अपने परिवार, प्रकृति का ध्यान रखें।

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