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भयरत िो यकद हम त्योहयरों िय देश िहें तो अनुबचत नहीं होगय. हमयरे देश में वषु भर त्योहयरों िी धूम मची रहती है. हर
बदलते मौसम िे सयथ ही िोई न िोई त्योहयर अवश्य मनययय जयतय है. ये त्योहयर एि ओर हमें ऋतु पठरवतुन िय सन्देश देते
हैं तो दूसरी ओर उसिे स्वयगत हेतु हममें उत्सयह-उमांग िय सांचयर िरते हैं. िु छ त्योहयर धयर्मुि दृबि से महत्त्वपूणु हैं. ये सभी
हमें एितय, प्रेम, भयई-चयरय एवां सौहयदु िय सन्देश देतेहैं. वैसे भी हमयरे देश में लगभग सभी धमों िे बनवयसी हैं. भयरत में
सभी धमों िो सम्मयन प्रयप्त है. सभी धमों िे अनुययबययों िो अपनय धमु पयलन िी पूणु स्वतांत्रतय है. यही ियरण है कि सभी
त्योहयरों िो पूरय देश बमलजुलिर प्रसन्नतय से मनयतय है. हमयरे देश िे िु छ प्रमुख त्योहयर हैं- होली, दीपयवली, दशहरय,
रक्षयबांधन, जन्मयिमी,रयमनवमी, ईद,किसमस गुरपुरब,महयवीर जयांती आकद. दीपयवली यकद हलिी िांडि िे सयथ आरम्भ
होिर शीत ऋतु िे आगमन िी सूचनय देतय है, तो रयमनवमी ग्रीष्मऋतु िी सूचनय देतय है. मिर सांियांबत एवां लोहड़ी िय
त्योहयर शीत ऋतु िी समयबप्त तथय वसांत ऋतु िेआगमन िय प्रतीि है. इस प्रियर हर त्योहयर किसी न किसी ऋतु िे जुड़य
हुआ है. बच्चों िे बलए मनययय जयने वयलय त्योहयर बयल-कदवस है जो हमयरे स्वतांत्र देश िे प्रथम प्रधयनमांत्री चयचय नेहरू िे
जन्मकदन पर बच्चों िो समर्पुत है. हमयरे तीन रयष्ट्रीय त्योहयर हैं -1 स्वतांत्रतय कदवस -यह 15 अगस्त िो मनययय जयतय है. सन्
1947 में हमें इसी कदन आजयदी बमली थी. 2-गणतांत्र कदवस – सन् 1950 में हमें पूणु स्वयधीनतय प्रयप्त हुई थी. हमयरय
सांबवधयन बनय थय. 3- गयांधी जयांती -यह हमयरे रयष्ट्रबपतय बयपू िो समर्पुत है. इस प्रियर हमयरय देश सचमुच त्योहयरों िय देश
है.
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