Hindi, asked by Anonymous, 11 months ago

HI GUYS

HINDI QUESTION SOLVE

Samachar Patra Patrika aur television par apni Aisi Aane ghatnaye Dekhi Suni Hogi Jisme logo Ne Bina kisi lalaj ke dusro ki sahayata ki ho yahan imandari se kaam kiya ho Aise Samachar tatha Lekha ektrit Karen aur kam se kam do ghatnaye par apni tippani likhen​

Answers

Answered by Anonymous
50

Answer:

heya..

here is ur answer

कुछ दिन पहले मैंने एक प्रतिष्ठित हिंदी समाचार पत्र में  एक सच्ची घटना का कहानी रूपांतरण पढ़ा। उस कहानी का मुख्य पात्र सोहन था। एक बार सोहन बाज़ार जा रहा था कि उसे रास्ते में नोटों से भरा एक पर्स मिला। पर्स नोटों से भरा हुआ था इतने सारे रुपए देख कर उसकी आंखें चमक उठी। किंतु अचानक उसके अंतर्मन से ध्वनि निकली कि यह पर्स तुम्हारा नहीं है किसी और का है। उसने सोचा कि यह पर्स जिस किसी का है उसे कितनी मुश्किल हो रही होगी। अत: उसने उस पर पर्स को उसके स्वामी तक पहुंचाने की सोची। पर्स के अंदर सोहन को पर्स के स्वामी का पता मिला। सोहन ने उस पते पर पहुंचकर दरवाजे पर घंटी बजाई। नौकर ने दरवाजा खोला और सोहन से आने का कारण पूछा तो उसने पत्ते पर लिखे नाम वाले व्यक्ति से मिलने की इच्छा जाहिर की। सोहन ने पर्स के  स्वामी से पर्स के बारे में जानकारी प्राप्त कर उन्हें वह नोटों से भरा पर्स वापस कर दिया। पर्स के स्वामी ने उपहार के रूप में सोहन को ₹500 देने चाहे पर सोहन ने में विनम्रता के साथ मना कर दिया । सोहन का इस प्रकार पैसे न लेना उसकी इमानदारी और दूसरों की मदद करने की आदत को बतलाता है।

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।

i hope its help u

Answered by ankitgupta82
27

Explanation:

उत्तर :

कुछ दिन पहले मैंने एक प्रतिष्ठित हिंदी समाचार पत्र में  एक सच्ची घटना का कहानी रूपांतरण पढ़ा। उस कहानी का मुख्य पात्र सोहन था। एक बार सोहन बाज़ार जा रहा था कि उसे रास्ते में नोटों से भरा एक पर्स मिला। पर्स नोटों से भरा हुआ था इतने सारे रुपए देख कर उसकी आंखें चमक उठी। किंतु अचानक उसके अंतर्मन से ध्वनि निकली कि यह पर्स तुम्हारा नहीं है किसी और का है। उसने सोचा कि यह पर्स जिस किसी का है उसे कितनी मुश्किल हो रही होगी। अत: उसने उस पर पर्स को उसके स्वामी तक पहुंचाने की सोची। पर्स के अंदर सोहन को पर्स के स्वामी का पता मिला। सोहन ने उस पते पर पहुंचकर दरवाजे पर घंटी बजाई। नौकर ने दरवाजा खोला और सोहन से आने का कारण पूछा तो उसने पत्ते पर लिखे नाम वाले व्यक्ति से मिलने की इच्छा जाहिर की। सोहन ने पर्स के  स्वामी से पर्स के बारे में जानकारी प्राप्त कर उन्हें वह नोटों से भरा पर्स वापस कर दिया। पर्स के स्वामी ने उपहार के रूप में सोहन को ₹500 देने चाहे पर सोहन ने में विनम्रता के साथ मना कर दिया । सोहन का इस प्रकार पैसे न लेना उसकी इमानदारी और दूसरों की मदद करने की आदत को बतलाता है।

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।

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