India Languages, asked by bappa8384, 1 year ago

High court kis tarikh se thandi ki chutti ke liye band hoga

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Answered by manishkr620520
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एक बहुत ही प्रसिद्ध कहावत 'जस्टिस डिले, जस्टिस डिनाई' है। यह क्यों कहा गया, इसकी वजह है लाखों नहीं करोड़ों की संख्या में कोर्ट में वर्षों से लंबित पड़े मामले। सिर्फ देश के सभी हाईकोर्टों में करीब 40 लाख मामले लंबित हैं। मुकदमों के अंबार को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने शनिवार को भी हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई शुरू करने की अपील की थी। उसी अनुसार हाईकोर्ट ने आपराधिक मुकदमों के त्वरित निपटारे के लिए शनिवार को भी सुनवाई का फैसला किया है। परंतु, दूसरी ओर जब कलकत्ता हाईकोर्ट में होने वाली छुट्टियों के 2018 का कैलेंडर सामने आया है तो उसमें पूरे साल में 124 दिन छुट्टी दर्ज है। हाईकोर्ट की छुट्टी की जो सूची है उसमें रविवार एवं हर माह दूसरा व चौथा शनिवार को छोड़ जो अन्य सरकारी छुट्टी दर्जनों है। यानी रविवार व शनिवार को छोड़कर हर माह करीब चार छुट्टियां। अगर पूरे साल की छुट्टियों पर एक नजर डालें तो जनवरी में 10, फरवरी में 16, मार्च में नौ, अप्रैल में 7, मई में 16, जून में आठ, जुलाई में 7, अगस्त में 7, सितंबर में आठ, अक्टूबर में सर्वाधिक 22, नवंबर में 17 और दिसंबर में 14 दिनों की छुट्टी है। फरवरी व मई के अलावा साल के अंतिम तीन माह अक्टूबर, नवंबर व दिसंबर में छुट्टियों की भरमार के चलते हाईकोर्ट में नहीं के बराबर ही कामकाज हो पाएगा यह तय है। इसके अलावा हाईकोर्ट में किसी अधिवक्ता, जज का आकस्मिक निधन हो गया तो उस दिन भी छुट्टी हो जाती है। यह कैलेंडर ब्रिटिश काल से ही चलता आ रहा है। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि इतनी छुट्टियों के बीच कितने शनिवार को सुनवाई होगी? साथ ही क्या छुट्टियों को कम कर मुकदमे को जल्द निपटारे के लिए कदम नहीं उठाया जा सकता? बता दें कि इस समय कलकत्ता हाईकोर्ट में करीब 2.2 लाख आपराधिक मुकदमे लंबित है। न्यायाधीशों की बात करें तो यहां 72 न्यायाधीशों के पद स्वीकृत हैं, लेकिन वर्तमान में केवल 33 न्यायाधीश ही कार्यरत हैं। बड़ी संख्या में लंबित आपराधिक मुकदमों के निपटारे के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट ने शनिवार को भी सुनवाई करने का फैसला किया है। इसके लिए हाई कोर्ट ने विशेष खंडपीठ गठित किया है और 16 दिसंबर से सुनवाई होगी। न्यायमूर्ति जयमाल्य बागची और न्यायमूर्ति राजर्षि भारद्वाज की खंडपीठ इस दिन करीब 30 आपराधिक मुकदमों में सुनवाई कर सकती है। शनिवार को बैठने वाली पीठ में सिर्फ आपराधिक मुकदमों की सुनवाई करेगी। छुट्टियों की ओर भी ध्यान देने की आवश्यकता है।
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