Hindi, asked by sonurathod888, 1 year ago

hii friends.... i need help
i need ans of this que

Attachments:

sonurathod888: kya
sonurathod888: dont send msg now
sonurathod888: tm vo he kam ker sakte ho
sonurathod888: samje
sonurathod888: manao bday tumare lovely fri. ke sat
sonurathod888: jitna accha tmnko socha tha na aditya tm utne he kharab nikle ho
sonurathod888: for me
sonurathod888: i needed reason that for what reason u hate me
sonurathod888: ab bol ne ke himmeat nahe rahe h lagta

Answers

Answered by Devilking08
3
1.ANS.राजकपूर जैसे अनुभवी निर्माता-निर्देशक के आगाह करने के बावजूद शैलेन्द्र फ़िल्म बनाना चाहते थे क्योंकि उन्हें धन सम्मान की कामना नहीं थी वे तो केवल अपनी आत्मतुष्टि,अपनी मन की भावनाओं की अभिव्यक्ति और दर्शकों के मन को छूना चाहते थे। इसलिए नफ़ा नुकसान के परे और अपने कलाकार मन के साथ समझौता न करते हुए तीसरीकसम फ़िल्म का निर्माण किया।

2.ANS.तीसरी कसम फ़िल्म में हीरामन का किरदार कुछ इस तरह निभाया कि जैसे उन्होंने हीरामन को आत्मसात करते हुए भी अपने आप को उस पर हावी नहीं होने दिया था और कलाकार की यह सबसे बड़ी उपलब्धि होती है। राजकपूर ने हीरामन गाड़ीवान का भोलापन, हीराबाई में अपनापन खोजना, उसकी उपेक्षा पर अपने ही आप से जूझना आदि को बड़ी ही खूबसूरती से पेश किया है।

6.ANS.शैलेन्द्र अपने जीवन में सीधे-सरल, व्यावसायिकता से कोसों दूर, सिद्धांतवादी व्यक्ति थे। यही सब बातें उनकी इस फ़िल्म में भी झलकती है। जिस प्रकार शांत नदी का प्रवाह और समुद्र की गहराई उनके जीवन की विशेषता थी वही सब विशेषताएँ उनके सीधे-साधे, धन से कोसों दूर, प्रेम को ही अपना सर्वस्व समझना आदि फ़िल्म के किरदार हीरामन में बखूबी दिखाई देते हैं।

7.ANS.मैं लेखक के विचार से पूरी तरह सहमत हूँ क्योंकि इस फ़िल्म को देखकर कविता जैसी अनुभूति होती ही है। यह फ़िल्म कवि शैलेन्द्र की कोमल भावनाओं की प्रस्तुति थी जिसे फ़िल्म के जरिए उतारा गया था। ‘तीसरी कसम’ जैसी संवेदनशील और भावनात्मक अनुभूति देने वाली फ़िल्म वही बना सकता था जो इन सभी भावनाओं से ओतप्रेत हो।

2.ANS.इस पंक्ति का आशय यह है कि कवि शैलेन्द्र का यह मानना था कि हर कलाकार का यह कर्तव्य है कि वह दर्शकों की रुचियों को ऊपर उठाने का प्रयास करें न कि दर्शकों का नाम लेकर सस्ता और उथला मनोरंजन उनपर थोपने का प्रयास करे।

3.ANS.इस पंक्ति का आशय यह है कि जीवन में आई हुई कठिनाईयों का सामना करते हुए हमें आगे बढ़ना चाहिए। जिंदगी में दुःख, कष्ट और तकलीफें आती रहती है परन्तु हमें उनसे हार न मानकर साहसपूर्वक उसका सामना करना चाहिए

5.ANS.- इस पंक्ति का आशय यह है कि कवि शैलेन्द्र के गीत भावनाओं से भरे, सीधे और सरल होते थे। वे गहरे भावों से भरे होकर भी कठिन नहीं होते थे। उनके गीतों में भावुकता और सरलता का सही तालमेल रहता था।

hope it helps you ✌️✌️✌️



sonurathod888: tell me clearly
sonurathod888: pagal
sonurathod888: kitna tension dete ho tm yrrr
sonurathod888: tm ko kya maza atta hai kya muze pareshan karke
sonurathod888: aur kal se mai kitna soch re the ke que chode raha hai
sonurathod888: mai gussa hu
sonurathod888: bye
Answered by kittugautam
0

Some Good Thoughts for Students

1. Be big enough to admit, encourage and admire the abilities people who are better than you.

2. It is the difference between each individual that makes us special.

3. When time never waits you should ask why you are waiting for the right time. If time never waits then there is no wrong time to begin doing right things.

4. Politicians are the same anywhere; they promise to construct bridges even where there is no river.

5. Life gives us new lessons each day not for learning but to improve our understanding.

6. Take a break often and visit yourself every once in a while.

7. Spend your whole life waiting for the storm and miss out on enjoying the sunshine.

8. Fear can hold you prisoner and hope will set you free.

9. Always keep in mind you are unique – just like everybody else.

10. Only real friends will tell you when your face is dirty.

11. You can turn your ordinary personality into a human magnet just through constant thankfulness.

12. Success is the sum of several small efforts repeated often day in and day out.

13. Every bad situation has some good. Even a stopped clock shows the right time twice a day.

14. Absence of God = Absence of peace. Know God and Know peace.

15. From birth we have to options; become the slave or master of our destiny.

16. We can wear a smile even when hurting and feel happy even while unhappy. It is called strength.

17. Success comprises of 90% attitude and 10% talents.

18. Live in Now. Make Now the most precious time because Now will never come again.

19. Many people are desperate owing to an illusion that they have none.

20. Always ask yourself, If not me, then who. And if not now, then when.

I Hope Sonu this is helpful for u....

kittugautam: sonu us ques. mai jagh nahi thi issye mai issmai thoughts de di
Similar questions