hiक्या कारण है कि कभी हीर कन्याओं के भाग्य में ईर्ष्या करता है
Answers
Answered by
2
Answer:
नमस्कार दोस्तों, आप लोगों का हमारी साइट पर बहुत-बहुत स्वागत है। दोस्तों आज के लेख में हम एक मनुष्य के मस्तिष्क की एक उपज के बारे में जानेंगे जिसका नाम है ईर्ष्या। ईर्ष्या अगर घर के किसी सदस्य के अंदर हो जाती है तो वह घर का नाश करा देता है। और यदि समाज में हो जाए तो समाज का खंडन करा देता है। ईर्ष्या के द्वारा संबंधों में दरार पैदा हो जाती है जिसके कारण परिवार अथवा समाज टूट कर बिखर जाता है। कुछ लोगों के मस्तिष्क में ईर्ष्या अपना घर बना लेती है और यह ईर्ष्या जिस मनुष्य के अंदर भी विद्यमान हो जाती है वह मनुष्य सदैव दुखी, परेशान और मन ही मन उसी मनुष्य के बारे में सोचता रहता है जिससे वह ईर्ष्या करता है।
Similar questions