Hindi, asked by missme4954, 1 year ago

hindi bhasha ka koi deshbhakti par smuh geet sunaiy

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Answered by AdityaRocks1
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आज मै आपके साथ देश भक्ति गीत की लिस्ट शेयर करने जा रहा हूँ| तो हमारा सबसे पहला देश भक्ति गीत है ये जो देस है तेरा ! तो आईये गीत पढ़ना शुरू करते है.

#1. Ye Jo Des Hai Tera

[ ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा तुझे है पुकारा..
ये वो बंधन है, जो कभी टूट नहीं सकता ] 2

मिट्टी की है जो खुशबू , तू कैसे भुलायेगा
तू चाहे कही जाए, तू लौट के आएगा
नई-नई राहों में, दबी-दबी आहों में
खोए-खोए दिल से तेरे, कोई ये कहेगा
ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा तुझे है पुकारा..
ये वो बंधन है, जो कभी टूट नहीं सकता

हम्म.. हम्म..

तुझ से ज़िन्दगी, है ये कह रही
सब तो पा लिया, अब है क्या कमी
पर दूर तू है अपने घर से
आ लौट चल तू अब दीवाने
जहाँ कोई तो तुझे अपना मानें
आवाज़ दे तुजे बुलाने, वही देस
ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा तुझे है पुकारा..
ये वो बंधन है, जो कभी टूट नहीं सकता

हम्म.. हम्म..

ये पल है वही, जिस में है छुपी
कोई एक सदी, सारी ज़िन्दगी
तू ना पूछ रास्ते में काहे
आये हैं इस तरह दो राहें
तू ही तो है राह जो सुझाए
तू ही तो है अब जो ये बताये
चाहे तो किस दिशा में जाए वही देस
ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा तुझे है पुकारा..
ये वो बंधन है, जो कभी टूट नहीं सकता
हम्म.. हम्म..

#2. Kandhon Se Milte Hain Kandhe

[ कंधों से मिलते हैं कंधे, क़दमों से कदम मिलते हैं
हम चलते हैं जब ऐसे तो दिल दुश्मन के हिलते हैं ] x 2

अब तो हमें आगे बढ़ते है रहना
अब तो हमें साथी है बस इतना ही कहना
अब तो हमें आगे बढ़ते है रहना
अब तो हमें साथी है बस इतना ही कहना
अब जो भी हो शोला बन के पत्थर है पिघलाना
अब जो भी हो बादल बन के पर्बत पर है छाना

[ कंधों से मिलते हैं कंधे, क़दमों से कदम मिलते हैं
हम चलते हैं जब ऐसे तो दिल दुश्मन के हिलते हैं ] x 2

निकले हैं मैदाँ में हम जां हथेली पर लेकर
अब देखो दम लेंगे हम जा के अपनी मंज़िल पर
खतरों से हँसके खेलना इतनी तो हम में हिम्मत है
मोड़े कलाई मौत की इतनी तो हम में ताक़त है
हम सरहदों के वास्ते लोहे की एक दीवार हैं
हम दुश्मनों के वास्ते होशियार हैं, तैयार हैं

अब जो भी हो शोला बन के पत्थर है पिघलाना
अब जो भी हो बादल बन के पर्बत पर है छाना
कंधों से मिलते हैं कंधे, क़दमों से कदम मिलते हैं
हम चलते हैं जब ऐसे तो दिल दुश्मन के हिलते हैं

जोश दिल में जगाते चलो जीत के गीत गाते चलो
जोश दिल में जगाते चलो जीत के गीत गाते चलो
जीत की जो तस्वीर बनाने हम निकले हैं
अपने लहू से हमे को उसमे रंग भरना है
साथी मैंने अपने दिल में अब ये ठान लिया है
या तो अब करना है, या तो अब मरना है

चाहे अंगारे बरसे की बिजली गिरे
तू अकेला नहीं होगा यारा मेरे
कोई मुश्किल या हो कोई मोर्चा

साथ हर मोड़ पे होंगे साथी तेरे
अब जो भी हो शोला बन के पत्थर है पिघलाना
अब जो भी हो बादल बन के पर्बत पर है छाना
कंधों से मिलते हैं कंधे, क़दमों से कदम मिलते हैं
हम चलते हैं जब ऐसे तो दिल दुश्मन के हिलते हैं

एक चेहरा अक्सर मुझे याद आता है
इस दिल को चुपके चुपके वो तड़पाता है
जब घर से कोई भी खत आया है
कागज़ को मैंने भीगा भीगा पाया है
पलको पे यादों के कुछ दीप जैसे जलते है
कुछ सपनें ऐसे है जो साथ साथ चलते हैं
कोई सपना ना टूटे कोई वादा ना टूटे
तुम चाहो जिसे दिल से वो तुमसे ना रूठे

अब जो भी हो शोला बन के पत्थर है पिघलाना
अब जो भी हो बादल बन के पर्बत पर है छाना
कंधों से मिलते हैं कंधे, क़दमों से कदम मिलते हैं
हम चलते हैं जब ऐसे तो दिल दुश्मन के हिलते हैं

चलता है जो ये कारवां, गूंजी सी है ये वादियाँ
है ये जमीं, ये आसमा है, ये हवा, है ये समा
हर रस्ते ने, हर वादी ने, हर पर्बत ने सदा दी है
हम जीतेंगे, हम जीतेंगे, हम जीतेंगे, हर बाज़ी

[ कंधों से मिलते हैं कंधे, क़दमों से कदम मिलते हैं
हम चलते हैं जब ऐसे तो दिल दुश्मन के हिलते हैं ] x 4

Jab Zero Diya Mere Bharat Ne

जब जीरो दिया मेरे भारत ने, दुनिया को तब गिनती आयी
तारो की भाषा भारत ने, दुनिया को पहले सिखलाई
देता ना दशमल भारत तो, यू चांद पे जाना मुश्किल था
धाराती और चांद दूरी का अंदाजा लगाना मुश्किल था
सभ्यता जहा पहाले आयी, पहले जन्मी है जहापे कला
अपना भारत वो भारत है, जिस के पीछे संसार चला
संसार चला और आगे बढ़ा, यू आगे बढ़ा, बढ़ता ही गया
भगवान करे ये और बढे, बढ़ता ही रहे और फूले फले

है परीत जहा की रीत सदा, मै गीत वहा के गाता हू
भारत का रहने वाला हू, भारत की बात सुनाता हू

काले गोरे का भेद नही, हर दिल से हमारा नाता है
कुछ और ना आता हो हम को, हमे प्यार निभाना आता है
जिसे मान चुकी सारी दुनिया, मै बात वही दोहराता हू
भारत का रहने वाला हू, भारत की बात सुनाता हू

जीते हो किसी ने देश तो क्या, हम ने तो दिलो को जीता है
जहा राम अभी तक है नर मे, नारी मे अभी तक सीता है
कितने पावन है लोग जहा, मै नीट नीट शीश जूकाता हू
भारत का रहने वाला हू, भारत की बात सुनाता हू

इतनी ममता नदियो को भी, जहा माता कह के बुलाते है
इतना आदर इंसान तो क्या, पत्थर भी पूजे जाते है
उस धरती पे मैने जनम लिया, ये सोच के मै इतराता हू
भारत का रहने वाला हू, भारत की बात सुनाता हू…



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