Hindi essay in 150-200words:
1) मेरी प्रिय ऋतु
2) विज्ञान की सुविधाएं
3) कोविड-19 महामारी
4) यदि मैं प्रधानमंत्री होती
Answers
Answer:
रूपरेखा : प्रस्तावना - भारत में छह ऋतुओं का क्रमिक आगमन - मेरी प्रिय ऋतु - प्रिय ऋतु का परिचय - यह ऋतु इतना प्रिय क्यों है - अन्य ऋतुओं से तुलना - मेरी प्रिय ऋतु और मेरा जीवन - उपसंहार।
प्रस्तावना-
ऋतुओं का जो सूंदर क्रम हमारे देश में है, वो दूसरे देशों में नहीं पाया जाता है। प्रत्येक ऋतु की अपनी पहचान होती है। हेमंत, शिशिर, वसंत, ग्रीष्म, वर्षा, और सरद जैसे ऋतुओं हमारे देश को बाकियों देशों से अलग रखती है तथा हमारे देश को अलग पहचान उपलब्ध कराती है। ऋतु को कई लोग मौसम कहकर उसका आगमन करते है।
भारत में छह ऋतुओं का क्रमिक आगम-
हेमंत, शिशिर, वसंत, ग्रीष्म, वर्षा और शरद इन छह ऋतुओं का जो सुंदर क्रम हमारे देश में है, वह दूसरे देशों में नहीं पाया जाता। प्रत्येक ऋतु की अपनी पहचान और अपनी एक महत्व होती है। सभी ऋतुओं अपने आप में एक अहम भूमिका निभाती है।
मेरी प्रिय ऋतु-
प्रत्येक ऋतु की अपनी छटा होती है, अपना आकर्षण होता है। इन सभी ऋतुओं में मुझे वसंत ऋतु सबसे अधिक प्रिय है।
प्रिय ऋतु का परिचय-
शिशिर का अंत होते ही वसंत की सवारी सज-धज के साथ आ पहुँचती है। बागों में, वाटिकाओं में, वनों में, प्रकृति उसके स्वागत की तैयारियाँ करने लगती है। कलियाँ अपने घूँघट खोल देती हैं। जूही, चंपा, चमेली, केतकी, गुलाब आदि फूल अपनी सुगंध बिखेर देते हैं। भौरे गूंज उठते हैं और तितलियाँ अपने चटकीले-चमकीले रंगों से ऋतुराज का स्वागत करने के लिए तैयार हो जाती हैं। धरती के कण-कण में नया जीवन नजर आने लगता है।
यह ऋतु इतना प्रिय क्यों है-
सचमुच, वसंत की शोभा मेरे हृदय को उल्लास से भर देती है। एक ओर शीतल, मंद, सुगंधित पवन के मधुर झोंके मन को मतवाला कर देते हैं, तो दूसरी ओर फुलवारियों की बहार बूढ़ों को भी जवान बना देती है। खिलती कलियाँ देखकर मेरे जी की कली भी खिल उठती है। एक ओर प्रकृति के रंग और ऊपर से रंगभरी होली। अबीर-गुलाल के रूप में मानो हृदय का प्रेम ही उमड़ पड़ता है।
अन्य ऋतुओं से तुलना-
कई लोग वर्षा को वसंत से बेहतर मानते हैं। पर कहाँ वर्षा का किच पिच भरा मौसम और कहाँ वसंत की बहार। शरद की शोभा भी वसंतश्री के सामने फीकी पड़ जाती है। वसंत, सचमुच, ऋतुराज है।
मेरी प्रिय ऋतु और मेरा जीवन-
वसंत का आगमन होते ही मेरे मन में इंद्रधनुष के रंगों की बहार छा जाती है और मेरी कल्पना तरंगित हो उठती है। बागों में सैर करते मन नहीं भरता। मेरी आँखों पर प्रकृति के गाकर्षण का चश्मा लग जाता है और मेरे दिल में उमंगों का सूर्योदय हो जाता है। कोयल के गीत मुझो कविता लिखने की प्रेरणा देते हैं। फूल मन को खिलना और ओठों को हँसना सिखाते हैं। तितली फूलों को प्यार करना और भौरे गुनगुनाना सिखाते हैं।
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Explanation:
1 मेरी प्रिय ऋतु 'शरद ऋतु' है। 'शरद' या 'शीत' ऋतु का आगमन वर्षा ऋतु के पश्चात् होता है। शीत ऋतु भारत की मुख्य ऋतुओं में से एक ऋतु है। शरद ऋतु नवंबर से लेकर फरवरी के बीच तक रहती हैं। शरद ऋतु अपने साथ त्यौहारों की बहार लेकर आती है। दीपावली, दशहरा, नवरात्र, दुर्गा पूजा, भईया दूज, क्रिसमिस आदि इस ऋतु में आने वाले प्रमुख भारतीय त्यौहार हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह ऋतु उत्तम होती है क्योंकि इस ऋतु में पाचन शक्ति मजबूत होती है।
शरद ऋतु में दिन छोटे व रातें बड़ी हो जाती हैं। शरद ऋतु के मध्य में पूरा भारत सर्दी के कारण ठिठुरने लगता है। लोग अपने-अपने घरों में ऊनी कपड़े व रजाई निकाल लेते हैं। अत्यधिक ठंड से व कोहरे से जन-जीवन अस्त-व्यस्त होने लगता है। सुबह सवेरे कोहरे का आंतक छाया रहता है। रेल यात्रा और हवाई यात्राएँ पर इसका खासा असर दिखाई पड़ता है। अत्यधिक ठंड कई लोगों की मृत्यु का कारण भी बन जाती है।
2 कोरोना वायरस (सीओवी) का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है। इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है। इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था। डब्लूएचओ के मुताबिक बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं। अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है।
इसके संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है। यह वायरस दिसंबर में सबसे पहले चीन में पकड़ में आया था। इसके दूसरे देशों में पहुंच जाने की आशंका जताई जा रही है।
3 यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो देश के कई सारे प्रक्रियाओं में परिवर्तन लाने की कोशिश करता। यह सिर्फ मैं कहने के लिए नहीं बोल रहा हूँ, मैं देश के हित में अनगिनत कार्य करता है। देश में फैल रहे अत्याचार, महिलाओं पर बढ़ते जुल्म, गरीबो पर अत्याचार, शोषण, भ्रष्टाचार अपराधों पर अंकुश लगाने का प्रयत्न करता।
गौरव की बाद
प्रधानमंत्री बनना किसी भी व्यक्ति और नागरिक के लिए गर्व की बात होती है। इस पद में जितना दायित्व होता है उतना सम्मान भी होता है। प्रधानमंत्री बनने के लिए
देश –
विदेश का ज्ञान, सरकार शासन चलाने का हुनर, राजनीतिक कार्यो को अच्छे से समझना आवश्यक होता है।देश विदेश की सभी नीतियों का अच्छा ज्ञान होना आवश्यक है। लेकिन कभी – कभी मेरे मन में यह ख्याल आता है कि यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो मैं देश के लिए क्या करता।