Hindi essay on baccho me mobile ke prati badhti ruchi : samasya aur nidan 500 words
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आजकल के बच्चे खेलकूद को छोड़ कर मोबाइल तक सिमित हो गए है. जिसके कारण से उनके स्वास्थ्य पर हानीकारक प्रभाव पड़ रहा है. बच्चों को काफी सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
बढती समस्याएं:
स्वास्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है.
1.मोबाइल से जो रेडिएशन निकलती है वह बहुत हानिकारक होती है: इससे पाचन शक्ति कमजोर और नींद कम आने की बीमारी हो सकती है ।
2. मोबाइल से निकलने वाली रेडियो फ्रीक्वेंसी से डीएनए के नष्ट होने का खतरा हो सकता है.
3. कुछ बच्चे मोबाइल फ़ोन की बुरी आदत लगा लेते है। वह मोबाइल फ़ोन पर लम्बें समय तक फ़ोन पर बात करते हैं, Games खेलते हैं, चित्र और विडियो देखते रहते हैं, सही मायने में अगर हम कहें तो समय की बर्बादी करते हैं।
4. मोबाइल फोन का प्रभाव छोटे बच्चो पर बड़ों की तुलना मै अधिक होता है , जिससे उनके मानसिक विकास मै कई तरह की समस्याएं पैदा हो जाती है।
5. आज कल माता-पिता अपने बच्चों के टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल की निगरानी नहीं करते है, जिससे बच्चों को खुली छूट मिल जाती है, और इस वजह से उनकी नींद मै कमी आ जाती है. और इसके कारण बच्चों मै डिप्रेशन और ध्यान नही लगना आदि समस्याएं बढती जा रही है।
6. बच्चे मोबाइल फ़ोन का देर रात तक इस्तेमाल करते है जिससे उनकी आंखो पे दवाव पड़ता है.
7. आज कल के दिनों में रोड एक्सीडेंट की घटनाएं बहुत बढ़ रही है, इसका कारण बच्चो का रास्ते मैं चलते हुए फोन पे बात करने से, और गाने सुनने से और सेल्फी लेने से इसकी वजह से ज्यादा घटनाएं हो रही है.
8. मोबाइल से निकलने वाली रेडियो तरंगें स्वास्थ्य पर खराब असर डालती हैं. अब और उनमें मस्तिष्क के कैंसर का खतरा हो सकता है.
कुछ निदान है:
बच्चों के मोबाइल के प्रति बढ़ते पागलपन को निम्न तरह से रोक सकते है.
बच्चों को मोबाइल उनके निजी उपयोग के लिए नही देना चाहिए.
बच्चों को स्थानीय खेलकूद के बारे बताना चाहिए.
खेलकूद हमारे जीवन का अहम हिसा है,यह हमारे शारीरिक और मानसिक दोनो का विकास करता है और यह खेलकूद हमारे दिमागी विकास के लिए लाभदायक है. स्थानीय खेलकूद से हमारा मतलब विभिन्न प्रकार के खेल से है जैसे जैसे इन डोर(घर के अंदर वाला का खेल) और आउट डोर(घर के बहार का खेल) मैं खेले जाने वाले.
इन डोर(घर के अंदर वाला का खेल) जैसे, कैरम, चैस, लूडो,ताश आदि यह खेल मनोरंजन के साथ साथ दिमाग का विकास मैं सहायता करते है.
आउट डोर(घर के बहार का खेल) जैसे, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, बास्किटबॉल, हॉकी आदि यह खेल शरीर को स्वास्थ्य बनाए रखने मै सहायता करते है. हमे खेलकूद के लिए भी समय देना चाहिए.
उनके माता-पिता को बच्चो के साथ समय बिताना चाहिए और अच्छी बाते सिखानी चाहिए.
माता-पिता बच्चों को समय दें. जब बच्चे माता-पिता की कमी महसूस करते हैं तो वे टैक्नोलॉजी व इन्फॉर्मेशन के बहाव में खो जाते हैं और इसके आदि हो जाते हैं. इसलिय माँ-बाप को उन पे ध्यान देना चाहिए वो गलत इस्तेमाल ना करे.