hindi essay on seasons
Answers
Answer:
ग्रीष्म ऋतु (Summer Season)
भारतीय पंचांग के अनुसार वर्ष की शुरूआत चैत्र माह से होती है, तथा भारत में ऋतु चक्र का प्रारंभ भी ग्रीष्म ऋतु (गर्मी) चैत्र (मार्च-अप्रैल) माह से होती है। शुरूआती गर्मी में जहां हवां के माध्यम से आनंद की प्राप्ति होती है वहीं कुछ समय पश्चात बढ़ते गर्मी के पारे के वजह से स्कूल बंद कर दिए जाते हैं। इसके बाद भी गर्मी के मौसम, परिवार व दोस्तों के साथ पिकनिक और छुट्टी पर कहीं दूर जाने का सुखद आनंद की प्राप्ति कराता है।
hope it will help you
Answer:
निबंध
भारत विश्व के सुंदर देशों में से एक देश है। इसके संदुरता का मुख्य कारण प्रकृति प्रदत्त वातावरण तथा समय-समय पर बदलने वाली ऋतुएँ हैं। पृथ्वी के अपने अक्ष पर पश्चिम से पूर्व की दिशा में घूमने तथा सूर्य की परिक्रमा करने के परिणाम स्वरूप बारह महिने में छः बार ऋतु परिवर्तन होता है।
भारत के ऋतु चक्र का वर्णन
ग्रीष्म ऋतु (Summer Season)
भारतीय पंचांग के अनुसार वर्ष की शुरूआत चैत्र माह से होती है, तथा भारत में ऋतु चक्र का प्रारंभ भी ग्रीष्म ऋतु (गर्मी) चैत्र (मार्च-अप्रैल) माह से होती है। शुरूआती गर्मी में जहां हवां के माध्यम से आनंद की प्राप्ति होती है वहीं कुछ समय पश्चात बढ़ते गर्मी के पारे के वजह से स्कूल बंद कर दिए जाते हैं। इसके बाद भी गर्मी के मौसम, परिवार व दोस्तों के साथ पिकनिक और छुट्टी पर कहीं दूर जाने का सुखद आनंद की प्राप्ति कराता है।
वर्षा ऋतु (Rainy Season)
झुलसा देने वाली गर्मी के वजह से जो तलाब, नदी, कुए तथा धरती सूख गए थे। वह सभी अब बरसात के वजह से हरे भरे हो गए है। बरसात के मौसम में चारों ओर हरियाली छा जाती है।
शरद ऋतु (Autumn Season)
अब आसमान का नीला रंग साफ तौर पर देखा जा सकता है। सफेद बादल आपस में खेलते प्रतीत होते हैं। इस मौसम में फल तथा अनेक प्रकार के फूल खिलते हैं, इसके साथ ही किसान द्वारा लगाए गए धान की पैदावार शुरू हो जाती है। सुबह-सुबह घास पर ओंस की बूंदे जीवन में नई ऊर्जा को भर देती हैं। शरद ऋतु को कवियों द्वारा “शरद सुंदरी” भी कहा गया है।
हेमंत ऋतु (Pre Winter season)
हेमंत ऋतु में ठंड की शुरूआत हो जाती है पर अभी उतनी ठंड नही लगती। इस ठंड में घूमने योग्य मौसम होता है।
शिशिर ऋतु/शीत ऋतु (Winter Season)
शीत ऋतु में ठंड अपनी चरम सीमा पर रहता है। जिससे कई दिनों तक धूप का नामोनिशान नहीं मिलता, दूर तक फैली धूंध लोगों को घर से बाहर निकलना मुश्किल कर देती है। यह सूर्य के उत्तरी गोलार्द्ध (Hemisphere) से दक्षिणी गोलार्द्ध की ओर जाने के वजह से होता है।
वसंत ऋतु (Spring Season)
सबसे आखिर में वसंत ऋतु आता है, वसंत को ऋतुओं का राजा तथा वसंत दूत भी कहा जाता है। यह मौसम न तो ज्यादा गर्म होता है और न ज्यादा ठंडा। इस मौसम में शिशिर (शीत ऋतु) में पेड़ों से झड़ें पत्तों की टहनियों पर नये पत्ते पनपने लगते हैं। ऐसा कहा जाता है वसंत में पुष्प, पेड़, नदियों तथा तालाबों में सुगंध भर जाता है।
निष्कर्ष
पृथ्वी की परिक्रमा के फलस्वरूप ऋतुओं में परिवर्तन देखा जाता है। प्रत्येक ऋतु एक-दूसरे से भिन्न हैं परंतु सभी प्रकृति पर अपना प्रभाव डालने का सामर्थ्य रखते हैं।