Hindi essay on swachh bharat urgent question
Answers
Answered by
2
स्वच्छ भारत अभियान को क्लीन इंडिया मिशन (Clean India Mission) या क्लीन इंडिया ड्राइव या स्वच्छ भारत अभियान भी कहा जाता है। यह एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है, जो भारत सरकार द्वारा सभी पिछड़े बैधानिक कस्बों को साफ करने के लिए कवर करने के लिए चलाया जा रहा है।
इस अभियान में शौचालयों का निर्माण करवाना, ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता कार्यक्रमों को बढ़ावा देना, सड़कों की सफाई करना और देश का नेतृत्व करने के लिए देश के बुनियादी ढांचे को बदलना शामिल है। यह अभियान आधिकारिक तौर पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2 अक्टूबर 2014 में महात्मा गांधी की 145वीं जयंती पर राजघाट, नई दिल्ली में शुरू किया था।
स्वछता पर स्लोगन / सुविचार — पढ़ें >>>
2017 स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध Swachh Bharat Abhiyan Essay Mission in Hindi
स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता क्यों है?
भारत में स्वच्छ भारत अभियान लगातार चलाने की आवश्यकता है जब तक कि लक्ष्य प्राप्त न हो जाये। भारत के लोगों के लिए यह बहुत ही आवश्यक है कि वह भावनातमक शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक रूप से अच्छा महसूस करें। वास्तविक मायने में भारत में रहन सहन की स्थिति अग्रिम बनाना जरूरी है, जो कि स्वच्छता लाकर शुरू की जा सकती है।
नीचे कुछ बिंदुओं का उल्लेख किया गया है जो भारत में स्वच्छ भारत अभियान की जरूरी आवश्यकता को साबित करता है:
भारत में खुले शौच को खत्म करना और साथ ही हर किसी को शौचालय सुविधा उपलब्ध कराना वास्तव में बहुत ही आवश्यक है।
भारत में शौचालयों को फ्लशिंग शौचालयों में परिवर्तित करने की आवश्यकता है। मैनुअल स्केवेंजिंग सिस्टम को समाप्त करना आवश्यक है।
PROMOTED CONTENT by
चेहरे की झुर्रियां 9 दिनों में ही चली जाएंगी!
Skin Whitenning! 3 Shades Brighter! In 7 Days!
How 1 Bokaro Steel City Man Naturally Regrew His Hair In 30 Short Days
Health Reports
सभी बर्बाद चीजें वैज्ञानिक प्रक्रियाओं द्वारा ठोस अपशिष्टों के रीसाइक्लिंग के माध्यम से पुन: उपयोग लायक बनाना आवश्यक है। अपशिष्ट प्रबंधन को लागू करना चाहिए।
भारतीय लोगो में व्यवहारिक बदलाव लाने के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता और स्वस्थ स्वच्छता के तरीकों के अभ्यास किया जाना चाहिए।
इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में आम जनता के रहने के लिए वैश्विक जागरूकता पैदा करना है और इसे सार्वजनिक स्वास्थ्य से जोड़ने के लिए बनाया गया है।
यह बर्बाद चीजों को स्थानीय स्तर पर अपशिष्ट निपटान प्रणाली को डिजाइन, निष्पादित और संचालित करने में मदद करता है।
यह भारत में स्वच्छता की सुविधा विकसित करने के लिए निजी क्षेत्रों की भागीदारी को शामिल करने के लिए शुरू किया गया है।
यह अभियान भारत को स्वच्छ और हरा भरा बनाने के लिए शुरू किया गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना आवश्यक है। यह स्वास्थ्य शिक्षा जैसे जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से समुदायों और पंचायती राज संस्थानों को प्रेरित करके स्थायी स्वच्छता को लाने के लिए शुरू किया गया है।
यह वास्तव में बापू का सपना सच साबित करने के लिए है।
शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान
शहरी क्षेत्रों के स्वच्छ भारत मिशन का लक्ष्य लगभग 1।04 करोड़ परिवारों को और 2।6 लाख सार्वजनिक शौचालय और साथ ही साथ 2।5 लाख समुदाय शौचालयों को प्रत्येक शहर में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के साथ उपलब्ध कराने का है।
आवासीय क्षेत्रों में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण करने की योजना बनाई गई है जहां व्यक्तिगत घरों के शौचालयों की उपलब्धता मुश्किल है बस स्टेशनों, पर्यटन स्थल, रेलवे स्टेशन, बाजार आदि सहित निर्दिष्ट स्थानों पर सार्वजनिक शौचालय बनाये जा रहे हैं।
शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यक्रम में लगभग 4,401 कस्बों को 2019 तक पांच वर्षों में पूरा करने की योजना बनाई गई है। कार्यक्रमों की लागत ठोस कचरा प्रबंधन पर 7,366 करोड़ रुपये, सार्वजनिक जागरूकता पर 1,828 करोड़, सामुदायिक शौचालयों पर 655 करोड़ रुपये, व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों पर 4,165 करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की गयी है।
कार्यक्रम जिन्हें पूरा करने के लिए लक्षित किया गया है, वह हैं खुले में शौचालय को पूरी तरह से हटाना, गंदे शौचालयों को फ्लश शौचालयों में परिवर्तित करना, मैनुअल स्केवेन्गिंग को समाप्त करना, सार्वजनिक रूप से व्यवहारिक परिवर्तन लाने, और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन लाना आदि।
ग्रामीण स्वच्छ भारत मिशन
ग्रामीण स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यक्रमों को लागू करने वाला मिशन है। इससे पहले निर्मल भारत अभियान (जिसे कुल स्वच्छता अभियान भी कहा जाता है, टीएससी) 1999 में भारत सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों को साफ करने के लिए स्थापित किया था, लेकिन अब इसे स्वच्
इस अभियान में शौचालयों का निर्माण करवाना, ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता कार्यक्रमों को बढ़ावा देना, सड़कों की सफाई करना और देश का नेतृत्व करने के लिए देश के बुनियादी ढांचे को बदलना शामिल है। यह अभियान आधिकारिक तौर पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2 अक्टूबर 2014 में महात्मा गांधी की 145वीं जयंती पर राजघाट, नई दिल्ली में शुरू किया था।
स्वछता पर स्लोगन / सुविचार — पढ़ें >>>
2017 स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध Swachh Bharat Abhiyan Essay Mission in Hindi
स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता क्यों है?
भारत में स्वच्छ भारत अभियान लगातार चलाने की आवश्यकता है जब तक कि लक्ष्य प्राप्त न हो जाये। भारत के लोगों के लिए यह बहुत ही आवश्यक है कि वह भावनातमक शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक रूप से अच्छा महसूस करें। वास्तविक मायने में भारत में रहन सहन की स्थिति अग्रिम बनाना जरूरी है, जो कि स्वच्छता लाकर शुरू की जा सकती है।
नीचे कुछ बिंदुओं का उल्लेख किया गया है जो भारत में स्वच्छ भारत अभियान की जरूरी आवश्यकता को साबित करता है:
भारत में खुले शौच को खत्म करना और साथ ही हर किसी को शौचालय सुविधा उपलब्ध कराना वास्तव में बहुत ही आवश्यक है।
भारत में शौचालयों को फ्लशिंग शौचालयों में परिवर्तित करने की आवश्यकता है। मैनुअल स्केवेंजिंग सिस्टम को समाप्त करना आवश्यक है।
PROMOTED CONTENT by
चेहरे की झुर्रियां 9 दिनों में ही चली जाएंगी!
Skin Whitenning! 3 Shades Brighter! In 7 Days!
How 1 Bokaro Steel City Man Naturally Regrew His Hair In 30 Short Days
Health Reports
सभी बर्बाद चीजें वैज्ञानिक प्रक्रियाओं द्वारा ठोस अपशिष्टों के रीसाइक्लिंग के माध्यम से पुन: उपयोग लायक बनाना आवश्यक है। अपशिष्ट प्रबंधन को लागू करना चाहिए।
भारतीय लोगो में व्यवहारिक बदलाव लाने के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता और स्वस्थ स्वच्छता के तरीकों के अभ्यास किया जाना चाहिए।
इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में आम जनता के रहने के लिए वैश्विक जागरूकता पैदा करना है और इसे सार्वजनिक स्वास्थ्य से जोड़ने के लिए बनाया गया है।
यह बर्बाद चीजों को स्थानीय स्तर पर अपशिष्ट निपटान प्रणाली को डिजाइन, निष्पादित और संचालित करने में मदद करता है।
यह भारत में स्वच्छता की सुविधा विकसित करने के लिए निजी क्षेत्रों की भागीदारी को शामिल करने के लिए शुरू किया गया है।
यह अभियान भारत को स्वच्छ और हरा भरा बनाने के लिए शुरू किया गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना आवश्यक है। यह स्वास्थ्य शिक्षा जैसे जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से समुदायों और पंचायती राज संस्थानों को प्रेरित करके स्थायी स्वच्छता को लाने के लिए शुरू किया गया है।
यह वास्तव में बापू का सपना सच साबित करने के लिए है।
शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान
शहरी क्षेत्रों के स्वच्छ भारत मिशन का लक्ष्य लगभग 1।04 करोड़ परिवारों को और 2।6 लाख सार्वजनिक शौचालय और साथ ही साथ 2।5 लाख समुदाय शौचालयों को प्रत्येक शहर में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के साथ उपलब्ध कराने का है।
आवासीय क्षेत्रों में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण करने की योजना बनाई गई है जहां व्यक्तिगत घरों के शौचालयों की उपलब्धता मुश्किल है बस स्टेशनों, पर्यटन स्थल, रेलवे स्टेशन, बाजार आदि सहित निर्दिष्ट स्थानों पर सार्वजनिक शौचालय बनाये जा रहे हैं।
शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यक्रम में लगभग 4,401 कस्बों को 2019 तक पांच वर्षों में पूरा करने की योजना बनाई गई है। कार्यक्रमों की लागत ठोस कचरा प्रबंधन पर 7,366 करोड़ रुपये, सार्वजनिक जागरूकता पर 1,828 करोड़, सामुदायिक शौचालयों पर 655 करोड़ रुपये, व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों पर 4,165 करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की गयी है।
कार्यक्रम जिन्हें पूरा करने के लिए लक्षित किया गया है, वह हैं खुले में शौचालय को पूरी तरह से हटाना, गंदे शौचालयों को फ्लश शौचालयों में परिवर्तित करना, मैनुअल स्केवेन्गिंग को समाप्त करना, सार्वजनिक रूप से व्यवहारिक परिवर्तन लाने, और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन लाना आदि।
ग्रामीण स्वच्छ भारत मिशन
ग्रामीण स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यक्रमों को लागू करने वाला मिशन है। इससे पहले निर्मल भारत अभियान (जिसे कुल स्वच्छता अभियान भी कहा जाता है, टीएससी) 1999 में भारत सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों को साफ करने के लिए स्थापित किया था, लेकिन अब इसे स्वच्
adrija2:
thanks for this answer
Answered by
2
swachha bharat abhiyanb hamare pradhan mantri dvara suru kiya gaya
ye abhiyan 2 october 2015 ko suru kiya gaya unke 146 janmdin par . ye abhiya gandhi ji ka sapna tha ki bharat bhi kisi din swachh bane vo bharat ko swachh bharat evam swasth bharat banana chahte the . jis din prime pm narendra modi ji ne swachh bharat abhiyan par apne vichar rakhe to unhone ye bhi kha ki agar desh ka har bachha har busurg ye pran le ki me kachra nahi failaunga to hame mahatma gandhi ji ka ye sapna pura karne se koi ni rok sakta aur unhone ye bhi kaha ki agr hame ye mission pura karna hi mahatma gandhi ji ke 150 ve janm varsh tak to hame pahle apne aap se suruvat karni padegi phir apne parivar se phir apne ghar se phir aoni gali se phir apne ilake se phir apne shahar se phir apne rajya se aur phir apne dhesh se agar ase hi chalta raha to hume is sapne ko pura karne se koi ni rok sakta . is mission ke antargat 500000 shouchaly banye gaye aur 12000 dustbin banegage ise yehi pata chalta hii ki hum is sapne ko pure karne ke bahut karib hi
gandhi ji ko yad karo saara kachra saf karo
jai hind jai bharat
ye abhiyan 2 october 2015 ko suru kiya gaya unke 146 janmdin par . ye abhiya gandhi ji ka sapna tha ki bharat bhi kisi din swachh bane vo bharat ko swachh bharat evam swasth bharat banana chahte the . jis din prime pm narendra modi ji ne swachh bharat abhiyan par apne vichar rakhe to unhone ye bhi kha ki agar desh ka har bachha har busurg ye pran le ki me kachra nahi failaunga to hame mahatma gandhi ji ka ye sapna pura karne se koi ni rok sakta aur unhone ye bhi kaha ki agr hame ye mission pura karna hi mahatma gandhi ji ke 150 ve janm varsh tak to hame pahle apne aap se suruvat karni padegi phir apne parivar se phir apne ghar se phir aoni gali se phir apne ilake se phir apne shahar se phir apne rajya se aur phir apne dhesh se agar ase hi chalta raha to hume is sapne ko pura karne se koi ni rok sakta . is mission ke antargat 500000 shouchaly banye gaye aur 12000 dustbin banegage ise yehi pata chalta hii ki hum is sapne ko pure karne ke bahut karib hi
gandhi ji ko yad karo saara kachra saf karo
jai hind jai bharat
Similar questions