Hindi, asked by SilentQueen786, 14 days ago

Hindi essay writing.
Topic - आॉनलाईन,ऑफलाइन परीक्षा के फायदे और नुकसान.
Word limit - 400 to 500.​

Answers

Answered by MohammadFazil123
0

Answer:

ऑनलाइन परीक्षा के फायदे:

आज विज्ञान इतनी उन्नति कर चुका है कि इस युग को ही विज्ञान युग कहा जा सकता है। विज्ञान की वजह से मनव का जीवन सुख-सुविधाओ से युक्त है। विज्ञान के कारण चिकित्सा, उद्योग, व्यापार के क्षेत्रों मे अभूतपूर्व उन्नति हुई है। उसी प्रकार से शिक्षा के क्षेत्र मे विज्ञान की वजह से प्रगति हुई है।

ऑनलाइन परीक्षा भी विज्ञान की ही देन है। ऑनलाइन परीक्षा के बहुत सारे फायदे है। उन मे से कुछ नीचे सुची मे दिये गये है।

1. सुरक्षा:

ऑनलाइन परीक्षा की प्रक्रिय बहुत सुरक्षित है। एक बार सारे प्रश्न अपलोड करने के बाद, सॉफ्टवेयर उन प्रशन फेर-बदल कर के छात्रो को दिये जाते है। इस लिये शिक्षको को पेपर लीक जैसी समस्याओं का सामना नही करना पड़ता।

यह प्रकरिया छत्रो को नकल करने से रोकने मे भी सक्षम है। यदि कोइ छात्र नकल करने की कोशिश करेगा तो कॅमप्यूटर द्वारा उसे चेतावनी दी जाएगी। तीन चेतवनियो के बाद छात्र की परीक्षा समाप्त कर दी जाएगी।

2. त्वरित परिणाम प्रसंस्करण:

एक ऑनलाइन परीक्षा में, अंकों की गिनती तुरंत और सटीक रूप से की जाती है। यह पारंपरिक परिक्षाओं मे संभव नहीं है।

इस की वजह से पारंपरिक परिक्षाओं के परिणाम उतपन्न करने मे बहुत समय लगता है। ऑनलाइन परीक्षा का इस्तेमल कर के आप अपनी परिक्षा के परिणाम जल्द पा कर बहुत सारा समय बचा पाएगे।

3. कम लागत:

आज भी महाविद्यालयों और पाठशालाओं मे परीक्षाओं की लागत बहुत होती है। प्रश्न और उत्तर प्रत्रिकाएं छापने से लेकर परिवहन लागत तक, परिवहन लागत तक एक परीक्षा आयोजित करने के लिए महाविद्यालयों को बहुत खर्चा उठाना पड़ता है।

ऑनलाइन परीक्षा की वजह से अतिरिक्त खर्चों में कटौती होती है। परिक्षा का संचालन पूर्ण रूप से टेकनोलॉजी द्वारा किया जाता है। जब आप विभिन्न स्थानों पर कई उम्मीदवारों के लिए परीक्षा आयोजित करना चाहते हैं तब यह खर्चें कम करने के लिए बहुत फायदेमंद होती है।

4. प्रश्नपत्र बनाना:

ऑनलाइन परीक्षा मे प्रश्नपत्र बनाना बहुत आसान है। पारंपरिक परिक्षाओं के लिए प्रश्नपत्र बनाना कठिन कार्य है। शिक्षकों को खुद प्रश्न चुनकर, उसे प्रश्नपत्र के रूप में ढालना पड़ता है। इस कार्य मे बहुत समय लगता है और गलतियों की संभावना भी होती है।

ऑनलाइन परीक्षा मे आप सभी तरह के प्रश्न अपलोड कर सकते है। इस प्रक्रिया से पेपर के लीक होने की संभावना भी बहुत कम हो जाती है।

5. प्रवेश से जुड़े विश्लेषण:

परिक्षा के बाद उसका विश्लेषण भी यह टेक्नोलॉजी द्वारा संभव है। आप व्यक्तिगत प्रदर्शन और पूरे समूह के प्रदर्शन का विश्लेषण कर सकते है।

इसके अलावा आप क्षेत्र के आधार पर भी डेटा का विश्लेषण कर सकते। यह विश्लेषण आपको एक बेहतर निर्णय लेने मे मदद करेंगे।

6. आसान संचार:

ऑनलाइन परीक्षाकी प्रक्रिया से विद्यार्थियों के साथ संपर्क मे रेहना बहुत आसान हो जाता। फॉर्म भरते समय छात्रों से उनका कॉन्टेक्ट नं. और ई-मेल लिया जाता है।

सारी ऍडमीशन / Exam से संबंधित जानकारी इन्ही दो तरह से विद्यार्थियों को दी जाती है। उन्हे एसएमएस और ई-मेल द्वारा सुचित किया जाता है।

ऑनलाइन परीक्षा के साथ ऑनलाइन प्रॉक्टरिंग की भी सुविधा परीक्षा की पूरी प्रक्रिया को और आसान और सरल बना रही है।

ऑनलाइन प्रॉक्टरिंग क्या है?

ऑनलाइन प्रॉक्टरिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे निरीक्षक को स्वयं परीक्षा केंद्र मे होने की जरूरत नही होती। वह अपने कम्प्यूटर पर अलग-अलग स्क्रीन पर जो छात्र परीक्षा दे रहे है उन्हे देख सकता है।

note - अब जो मैंने ऑनलाइन के बारे में जो पांइट लिखे है उनको ही उल्टा करना है बस और ऑफलाइन के बारे में वह बदल जाएगा।

Answered by simmyKumari09
0

Answer:

online class ke nuksan offline class ke fayde part 2 Pichhle wale se Aage ka hai

Explanation:

2020 में आई हुई बीमारी अभी तक काम नहीं हुई 2021 आ गया पर यह बीमारी अभी भी है और फिर से मार्च के महीने में दोबारा लॉकडाउन लगा है फिर से ऑनलाइन क्लास चल रही है ज्यादातर ऑनलाइन क्लास के लिए जूम या गूगल मैप का यूज़ किया जाता है l कभी-कभी टीचर का नेटवर्क चला जाता है और टीचर की आवाज नहीं आती है फिर हम टीचर को कहते हैं कि दोबारा समझा दीजिए टीचर फिर से दोबारा समझाती और फिर से नेटवर्क प्रॉब्लम की वजह से आवाज नहीं आती हम फिर से टीचर को कहते एक और बार समझा दो पर टीचर से इंकार कर देती ज्यादातर टीचर वीडियो बनाकर भेजती l बच्चों के डाउट क्लियर नहीं हो पाते क्योंकि टीचर सबको माइक म्यूट कर देतीl ऑफलाइन क्लास में हम कभी भी कुछ भी डाउट पूछ सकते थे l मार्च के बाद अप्रैल, मई,जून तक तो स्कूल बंद रहे l लेकिन 19 जुलाई से नौवीं से बारहवीं तक स्कूल खुल गए और 23 जुलाई से छठी से लेकर पूरे 12वीं स्कूल खुल गए l अबे रेगुलर स्कूल स्टार्ट हो चुके है l पहले 8 lecture होते थे अब 6 lectureलगते है l

PLEASE

MARK ME AS A BRAINLIST

Similar questions