Hindi notice writing in school subject
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सूचना लेखन
वर्तमान समय में सूचनाओं का महत्वपूर्ण स्थान है । "सूचना " किसी भी व्यवस्था एवं कार्यक्रम की सफलता का प्रथम अंग माना जा सकता है । आज ईमेल , एसएमएस आदि अनुप्रयोगों ( एप्लीकेशंस ) के माध्यम से सूचनाओं का आदान प्रदान किया जाता है ।
विद्यालय विद्यालय के संदर्भ में " सूचना लेखन " को सीमित प्रयोगों में ही लिया जाना चाहिए । शैक्षिक स्थलों , कार्यालय , रंगारंग कार्यक्रमों , सभाओं , क्लबों , समितियों , खोया पाना , जन सुविधाओं ( बाधित आपूर्ति संबंधी जैसे :- पानी , बिजली इत्यादि ) , नाम परिवर्तन , पता परिवर्तन , विभिन्न प्रदर्शनी संबंधी , नृत्य / गायन / नाटक आदि से संबंधित सूचनाएं इसी श्रेणी में रखी जा सकती है ।
भविष्यभविष्य में होने वाले किसी समारोह कार्यक्रम या फिर अन्य किसी विषय से संबंधित जानकारी को सूचना कहा जाता है । दी जाने वाली जानकारी के बारे में लिखना ही सूचना लेखन कहलाता है । सूचना पत्रों को सूचना पट पर लगाया जाता है । सरकारी विभागों द्वारा सूचनाएं समाचार पत्रों में छापी भी जा सकती है ।
सूचना लिखते समय हमें निम्नलिखित
बातों का ध्यान रखना चाहिए :-
- सूचना लेखन की भाषा औपचारिक होनी चाहिए ।
- यह अत्यंत सरल और संक्षिप्त होनी चाहिए ।
- 20 से 30 शब्दों से अधिक ना हो तो अच्छा है ।
- जो भी सूचना दी जा रही है सटीक होनी चाहिए ।
- यदि सूचना लंबी हो तो संक्षिप्त आदर्श आने हेतु से 2 अनुच्छेदों में लिखा जा सकता है ।
- एक ही सूचना पत्र में दो अलग-अलग संदर्भों / प्रसंगो / घटनाओं का उल्लेख हो तो उन्हें बिंदुवार लिखें ।
सूचना संबंधी विशेष बिंदु :-
- सूचना संक्षिप्त होनी चाहिए ।
- सूचना की भाषा सहज होनी चाहिए ।
- सूचना से संबंधित विभाग या व्यक्ति का नाम एवं स्थान अवश्य अंकित होना चाहिए ।
- सूचना बॉक्स के अंदर लिखे जानी चाहिए ।
- सार्वजनिक सूचना में चित्र आदि भी दी जा सकती है ।