Hindi poem on The hardest challenge brought out the best in me
Answers
Explanation:
तू खुद की खोज में निकल
तू किस लिए हताश है,
तू चल तेरे वजूद की
समय को भी तलाश है
जो तुझ से लिपटी बेड़ियाँ
समझ न इनको वस्त्र तू
ये बेड़ियां पिघाल के
बना ले इनको शस्त्र तू
बना ले इनको शस्त्र तू
तू खुद की खोज में निकल
तू किस लिए हताश है, तू चल तेरे वजूद की
समय को भी तलाश है
समय को भी तलाश है
चरित्र जब पवित्र है
तो क्यों है ये दशा तेरी
ये पापियों को हक़ नहीं
कि ले परीक्षा तेरी
कि ले परीक्षा तेरी
तू खुद की खोज में निकल
तू किस लिए हताश है तू चल, तेरे वजूद की
समय को भी तलाश है
जला के भस्म कर उसे
जो क्रूरता का जाल है
तू आरती की लौ नहीं
तू क्रोध की मशाल है
तू क्रोध की मशाल है
तू खुद की खोज में निकल
तू किस लिए हताश है
तू चल तेरे वजूद की
समय को भी तलाश है
समय को भी तलाश है
चूनर उड़ा के ध्वज बना
गगन भी कंपकंपाएगा
अगर तेरी चूनर गिरी
तो एक भूकंप आएगा
तो एक भूकंप आएगा
तू खुद की खोज में निकल
तू किस लिए हताश है, तू चल तेरे वजूद की
समय को भी तलाश है
समय को भी तलाश है
Answer:
हार मत देना प्रभु, डॉक्टर रूपी दूत हमारे साथ है।
इम्तेहान की है घड़ी, पर तेरे प्रत्यक्ष रूप पर हमें पूर्ण विश्वास है।
स्थिति है भयावह मगर, पर डॉक्टर के ज्ञान का खजाना भी लाजवाब है ।
नतमस्तक हो जाएगा इंसान भी, आज तेरे पूर्ण समर्पण का इम्तिहान है।
सफेद कोट में डॉक्टर, रंगमयी जीवन देते भगवान के अवतार है ।
अनंत समस्याएँ है, पर उपलब्ध संसाधनों में सामंजस्य ही तेरी पहचान है।
दिन रात के काल चक्र में, निरन्तरता ही तेरी अद्वितीय पहचान है।
कोरोना रूपी भवर में फँसे है, पर इससे निकलने की पतवार तुम्हारे पास है।
तमाम उलझन है इस समय मन में, पर तेरा अद्वितीय विकल्प एक मिसाल है।
संघर्षमयी इस समय में, तू ईश की प्रत्यक्ष सौगात है।
विराम सी जिंदगी है अभी, पर तेरा श्रम अविराम है।
दुःख के अशुभ घेरे में, उत्साह की आभा तुम्हारे पास है।
शत्रु गले पड़ने आया है, पर तुम्हारा रक्षाकवच बचाने को तैयार है।
कोरोना रूपी अंधकार है सामने, पर प्रकाश रूपी तुम्हारा रूप शिरोधार्य है।
अदृश्य रूप में आया है कोरोना दानव, तेरे दृश्य रूप की जय-जयकार है।
तुम्हारे दृढ संकल्पो के साथ, जीतेंगे हम घोषित यह परिणाम है।