HINDI QUESTION
1. lekhak ne swikar kiya hai ki logo Ne Unhe bhi dhoka diya hai phir bhi Hua naraz nahin hai aap ke vichar se is baat ka kya Karan ho sakta hai
Answers
Answer:
heya..
here is ur answer
लेखक का कहना है कि आज भी भारतवर्ष में सेवा , ईमानदारी , सच्चाई और आध्यात्मिकता के मूल्य बने हुए हैं ।वे दब अवश्य गए हैं लेकिन नष्ट नहीं हुए हैं। आज भी सामान्य व्यक्ति भारतीय महिलाओं का सम्मान करता है, झूठ बोलना और चोरी करना पाप समझता है, सेवा करना अपना धर्म समझता है। रेलवे स्टेशन पर टिकट बाबू द्वारा लेखक को ढूंढ कर ₹90 वापस करना तथा बस कंडक्टर द्वारा लेखक के बच्चों के लिए दूध और पानी लाना इसी बात के प्रमाण है। आज भी सेवा भावना , ईमानदारी आदि मानवीय गुण विद्यमान है। इसलिए धोखा दिए जाने पर भी लेखक निराश नहीं है।आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।
i hope its help u
Answer:
heya..☺☺❣
लेखक ने अपने व्यक्तिगत अनुभवों का वर्णन करते हुए कहा है की उसने धोखा भी खाया है। पर उसका मानना है कि अगर वो इन धोखों को याद रखेगा तो उसके लिए विश्वास करना बेहद कष्टकारी होगा और इसके साथ-साथ ये उन लोगों पर अंगुली उठाएगा जो आज भी ईमानदारी व मनुष्यता के सजीव उदाहरण हैं। यहीं लेखक का आशावादी होना उजागर होता है और उन्हीं लोगों का सम्मान करते हुए उनकी उपेक्षा नहीं करना चाहता जिन्होनें कठिन समय में उसकी मदद की है। इस कारण वो अभी भी निराश नहीं है।
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