Hindi, asked by vedantsawant22, 9 months ago

Hindi Sakhi explanation ​

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Answered by mpatric2004
1

Answer:

Friend

Explanation:

Sakhi is basically referred to as a friend and the meaning of it in marathi is sobati or maytrin

Answered by Anonymous
3

Answer:

1. कबीर कहते हैं- हे लोगों!तुम मन का अहंकार त्याग दो मुंह से ऐसे मीठे वचन कहो कि तुम्हारा अपना शरीर शीतल हो जाए अर्थार्थ प्रसन्न हो जाए। साथ ही सुनने वालों को भी सुख मिले

2. कबीरदास जी का कहना है इस प्रकार कस्तूरी नामक सुगंधित पदार्थ की अपनी नाभि में होता है परंतु वह उसे वन वन खोजता रहता है . उसी प्रकार राम कण-कण में निवास करते हैं और हर हृदय में निवास करते हैं. परंतु लोग उसे देख नहीं पाते

3. कबीरदास कहते हैं कि जब मुझ में अहंकार था तब मुझे ईश्वर नहीं मिले थे परंतु जब मुझे ईश्वर की प्राप्ति हो गई तो अब मेरे मन का सारा अहंकार नष्ट हो गया जब मैंने उस जिओ ज्योति-स्वरूप दीपक को मैं देखा तो मेरा सारा अज्ञान नष्ट हो गया. मुझे इस सत्य के दर्शन हो गए कि अहंकार ही ईश्वर का विरोधी भाव है

4. कबीर कहते हैं कि संसार के सब लोग खा रहे हैं पी रहे हैं और मौत से सो रहे हैं. वह सब इसमें खुश हैं. परंतु मैं प्रभु का दास कबीर उस प्रभु के प्रति जग गया हूं. उसके वियोग में दिन-रात रो रहा हूं. इसलिए बहुत दुखी हूं

5.कबीर दास जी कहते हैं जिसके शरीर में विराट रूप पीस आफ वर्क कर जाता है उसके बचने का कोई उपाय नहीं रहता. राम के वियोग में घूमने वाला प्राणी जीवित नहीं रहता. यदि वह जीत जीता भी है तो पागल होकर जीता है. आशय यह है कि राम के प्रेम में पागल प्राणी सांसारिक मोह माया को बिल्कुल त्याग देता है. यदि वह इस संसार में जीता भी है तो वैराग्य के कारण लोगों को पागल सा प्रतीत होता है.

6. कबीर कहते हैं कि अपने निंदक को सदा अपने समीप रखें हो सके तो उसे अपने घर के आंगन में एक कुटिया बना दे. वह निंदक बिना साबुन और पानी के आपके स्वभाव को स्वच्छ बना देगा. आशय यह है कि इन द को की निंदा भरी बातें से हमें आत्म सुधार करने का मौका मिलेगा

7.कवि कबीर दास जी कहते हैं यह संसार पोथी पढ़ पढ़ कर थक गया है है किंतु कोई भी ज्ञान ना बना सका. परंतु जो मनुष्य एक प्रियतम अर्थ अर्थ प्रभु को पहचान चुका है . अर्थात जो मनुष्य ईश्वर को पहचान चुका है वही सच्चा ज्ञानी हो हो गया है

8. कबीरदास जी का कहना है-मैंने बिरहा और भक्ति से जलती हुई मशाल हाथ में लेकर अपने घर को जला दिया है. आशय यह है कि मैंने भक्ति से विवश होकर संसारे सांसारिक वासना नष्ट कर डाली. अब जो भी भक्त मेरे साथ भक्ति के मार्ग पर चलेगा मैं उसका भी घर जला डालूंगा अर्थात उनके मन में ईश्वर की भक्ति जगा दूंगा.

Explanation:

the place where full stops are used are for विराम

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