hindi. tell urgent. 1 and 2 and 4
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Hey dear friend ,
Here is your answer. - -
((((((((((((((( मनुष्य की वास्तविक खुशी )))))))))))))))))))))
मनुष्य को वास्तविक खुशी सिर्फ धन से नहीं मिलती है।
उसे संतोष से ही वास्तविक प्रसन्नता मिल सकती है। ध्यान से केवल व्यक्ति की इच्छाएं कुछ समय के लिए ही पूरी होती हैं , परंतु यदि उसके पास बहुत सारा धन है और वह अपनी सभी इच्छाएं पूरी कर लेता है । तो कुछ समय बाद उसका धन पूर्णता नष्ट हो जाएगा। और उसकी इच्छाएं दोबारा सामने प्रकट हो जाएंगे , इसीलिए हम यह कह सकते हैं , कि धन से सिर्फ क्षणिक सुख मिलता है किंतु उसे खुशी नहीं मिलती है ।
खुशी केवल मनुष्य को संतोष से ही मिल सकती है।
(((((((((((((((((((((( आत्मविश्वास ))))))))))))))))))))))))))())))))
जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है आत्मविश्वास मतलब आत्मा का विश्वास यदि हम किसी काम में असफल होते हैं और उसमें अपनी आत्मा से हार मान लेते हैं तो हम उस काम को कभी और किसी की सहायता से भी नहीं कर सकते यदि हम उसे हार नहीं मानते और आत्मा के बल पर अपनी शक्ति के बल पर उसके साथ लड़ते रहते हैं तो अंततः हम विजय प्राप्त कर लेते हैं इसीलिए कह सकते हैं आत्मशक्ति बहुत बड़ी ताकत होती है आत्मविश्वास के साथ।
।।।।।और मित्र अपना प्रश्न नम्बर 4 स्वंय करे , कयोकि इसमे हम आपकी सहायता नही कर सकते हैं ।।।।।।
◆◆◆◆◆◆◆ Thanks ◆◆◆◆◆◆
Here is your answer. - -
((((((((((((((( मनुष्य की वास्तविक खुशी )))))))))))))))))))))
मनुष्य को वास्तविक खुशी सिर्फ धन से नहीं मिलती है।
उसे संतोष से ही वास्तविक प्रसन्नता मिल सकती है। ध्यान से केवल व्यक्ति की इच्छाएं कुछ समय के लिए ही पूरी होती हैं , परंतु यदि उसके पास बहुत सारा धन है और वह अपनी सभी इच्छाएं पूरी कर लेता है । तो कुछ समय बाद उसका धन पूर्णता नष्ट हो जाएगा। और उसकी इच्छाएं दोबारा सामने प्रकट हो जाएंगे , इसीलिए हम यह कह सकते हैं , कि धन से सिर्फ क्षणिक सुख मिलता है किंतु उसे खुशी नहीं मिलती है ।
खुशी केवल मनुष्य को संतोष से ही मिल सकती है।
(((((((((((((((((((((( आत्मविश्वास ))))))))))))))))))))))))))())))))
जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है आत्मविश्वास मतलब आत्मा का विश्वास यदि हम किसी काम में असफल होते हैं और उसमें अपनी आत्मा से हार मान लेते हैं तो हम उस काम को कभी और किसी की सहायता से भी नहीं कर सकते यदि हम उसे हार नहीं मानते और आत्मा के बल पर अपनी शक्ति के बल पर उसके साथ लड़ते रहते हैं तो अंततः हम विजय प्राप्त कर लेते हैं इसीलिए कह सकते हैं आत्मशक्ति बहुत बड़ी ताकत होती है आत्मविश्वास के साथ।
।।।।।और मित्र अपना प्रश्न नम्बर 4 स्वंय करे , कयोकि इसमे हम आपकी सहायता नही कर सकते हैं ।।।।।।
◆◆◆◆◆◆◆ Thanks ◆◆◆◆◆◆
samridhikaur123:
ut is very very very helpful
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