Hindi, asked by ava71, 11 months ago

hlo poem on birds for class 8 in hindi

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Answered by StarrySoul
5

Hello!✌

हम पंछी उन्मुक्त गगन के

पिंजरबद्ध न गा पाऍंगे

कनक-तीलियों से टकराकर

पुलकित पंख टूट जाऍंगे ।

हम बहता जल पीनेवाले

मर जाऍंगे भूखे-प्यासे

कहीं भली है कटुक निबोरी

कनक-कटोरी की मैदा से ।

स्वर्ण-श्रृंखला के बंधन में

अपनी गति, उड़ान सब भूले

बस सपनों में देख रहे हैं

तरू की फुनगी पर के झूले ।

ऐसे थे अरमान कि उड़ते

नील गगन की सीमा पाने

लाल किरण-सी चोंच खोल

चुगते तारक-अनार के दाने ।

होती सीमाहीन क्षितिज से

इन पंखों की होड़ा-होड़ी

या तो क्षितिज मिलन बन जाता

या तनती सॉंसों की डोरी ।

नीड़ न दो, चाहे टहनी का

आश्रय छिन्न-भिन्न कर डालो

लेकिन पंख दिए हैं तो

आकुल उड़ान में विघ्न न डालो ।

Hope this helps

@adiba31☺❤


ava71: thx dear it's on text book
StarrySoul: Yes this is the first chapter
StarrySoul: in my book
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