Hola Brainlians !!!
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Class - 10th
Chapter - सपनों के से दिन
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Answers
उत्तर :
इस पाठ में लेखक गुरदयाल सिंह ने अपने बचपन की बाते बताई है!
पाठ के अनुसार विद्यार्थियों को अनुशासन में रखने के लिए उन्हें डराया - धमकाया जाता था, मार - पीट की जाती थी और दंड दिया जाता था! इस कारण कई विद्यार्थी तो स्कूल नहीं जाते थे! और जिनके माता-पिता जोर डालके स्कूल भेजते थे वो नदी में अपना बेग फेक कर खेलने निकल जाते थे! ना ही उस समय उनके माता - पिता उन्हें स्कूल जाने के लिए कहते थे!
लेकिन आजकल की शिक्षा, विद्यालय, दंड देने का तरीका, आदि बदल सा गया है! आजकल बच्चो को मारने पीटने की वजाये उससे समझाया जाता है! उसे उसकी गलती का दंड ना देकर, गलती का एहसास करवाया जाता है! इस काऱण बच्चो के मैं से स्कूल ना जाने का भय भी निकल जाता है और वो ख़ुशी - ख़ुशी स्कूल जाते है!
Answer:
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Explanation:
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