holi essay with sanket bindu
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होली निबंध 3 (200 शब्द)
होली रंगों का एक शानदार उत्सव है जो भारत में हिन्दु धर्म के लोग हर साल बड़ी धूमधाम से मनाते है। ये पर्व हर साल वसंत ऋतु के समय फागुन (मार्च) के महीने में आता है जो दिवाली की तरह सबसे ज्यादा खुशी देने वाला त्योहार है। ये हर साल चैत्र महीने के पहले दिन मनाया जाता है। इस दौरान पूरी प्रकृति और वातावरण बेहद सुंदर और रंगीन नजर आते है।
होली का ये उत्सव फागुन के अंतिम दिन होलिका दहन की शाम से शुरु होता है और अगला दिन रंगों में सराबोर होने के लिये होता है। बच्चे इस पर्व का बड़े उत्सुकता के साथ इंतजार करते है तथा आने से पहले ही रंग, पिचकारी, और गुब्बारे आदि की तैयारी में लग जाते है साथ ही सड़क के चौराहे पर लकड़ी, घास, और गोबर के ढ़ेर को जलाकर होलिका दहन की प्रथा को निभाते है।
सभी रात में एक जगह इकठ्ठा होकर लकड़ी, घास, और गोबर के ढ़ेर को जलाकर होलिका दहन की रिवाज को संपन्न करते है। इसमें महिलाऐं रीति से संबंधित गीत भी गाती है। इस दौरान सभी खुशनुमा माहौल में होते है और होली खेलने के लिये अगली सुबह का इंतजार करते है। इस दिन सभी लोग सामाजिक विभेद को भुलाकर एक-दूसरे पर रंगों की बौछार करते है साथ ही स्वादिष्ट पकवानों और मिठाईयाँ बाँटकर खुशी का इजहार करते है।
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होली रंगों का एक शानदार उत्सव है जो भारत में हिन्दु धर्म के लोग हर साल बड़ी धूमधाम से मनाते है। ये पर्व हर साल वसंत ऋतु के समय फागुन (मार्च) के महीने में आता है जो दिवाली की तरह सबसे ज्यादा खुशी देने वाला त्योहार है। ये हर साल चैत्र महीने के पहले दिन मनाया जाता है। इस दौरान पूरी प्रकृति और वातावरण बेहद सुंदर और रंगीन नजर आते है।
होली का ये उत्सव फागुन के अंतिम दिन होलिका दहन की शाम से शुरु होता है और अगला दिन रंगों में सराबोर होने के लिये होता है। बच्चे इस पर्व का बड़े उत्सुकता के साथ इंतजार करते है तथा आने से पहले ही रंग, पिचकारी, और गुब्बारे आदि की तैयारी में लग जाते है साथ ही सड़क के चौराहे पर लकड़ी, घास, और गोबर के ढ़ेर को जलाकर होलिका दहन की प्रथा को निभाते है।
सभी रात में एक जगह इकठ्ठा होकर लकड़ी, घास, और गोबर के ढ़ेर को जलाकर होलिका दहन की रिवाज को संपन्न करते है। इसमें महिलाऐं रीति से संबंधित गीत भी गाती है। इस दौरान सभी खुशनुमा माहौल में होते है और होली खेलने के लिये अगली सुबह का इंतजार करते है। इस दिन सभी लोग सामाजिक विभेद को भुलाकर एक-दूसरे पर रंगों की बौछार करते है साथ ही स्वादिष्ट पकवानों और मिठाईयाँ बाँटकर खुशी का इजहार करते है।
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होली हिंदू धर्म के लोगों का प्रसिद्ध त्योहार है I होली का फागुन मास में की अमावस्या के दिन मनाया जाता है I इस त्यौहार को 2 दिनों में छोटी होली और बड़ी होली के रूप में मनाया जाता है I छोटी होली वाले दिन लोग होलिका की पूजा करके शाम को उसे दहन करते हैं और दूसरे दिन दुल्हनडी या रंगों की होली खेली जाती है I जिसमें लोग गुलाल और रंगा दिल एक दूसरे के चेहरे पर लगाकर उन्हें होली की बधाइयां देते हैं इस दिन खाने में अच्छे-अच्छे पकवान बनाए जाते हैं और लोग भांग का सेवन भी करते हैं I इस दिन हर त्यौहार की तरह नए कपड़े नहीं पहने जाते बल्कि लोग पुराने कपड़े पहनते हैं क्योंकि रंगों से उनके कपड़े सारे गंदे हो जाते हैं I इससे त्योहार को मनुष्य की जिंदगी में विभिन्न प्रकार के रंग भरने वाले त्योहार के नाम से जाना जाता है I
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