how electronic devices very helpful for students in hindi
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(तस्वीरों का इस्तेमाल प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है।)
लाइफस्टाइल डेस्क: आज का समय टेक्नोलॉजिकल रेवोल्यूशन का है। रोज़ ही नए-नए गैजेट्स आ रहे हैं। इससे हमारी लाइफ़स्टाइल काफी प्रभावित हुई है। खासकर कम्युनिकेशन के क्षेत्र में तकनीकी बदलाव का असर काफी देखने को मिल रहा है। अब ज़माना पूरी तरह से स्मार्टफोन का आ गया है। खास बात ये है कि स्कूल जाने वाले बच्चे भी स्मार्टफ़ोन से लैस नज़र आते हैं, जबकि देखा जाए तो उन्हें इसकी ज़रूरत नहीं। वैसे तो कई स्कूलों में बच्चों को मोबाइल फ़ोन ले जाने पर पाबंदी है, बावजूद इसके देखने में आता है कि कम उम्र बच्चे और किशोर स्मार्ट फ़ोन का यूज़ करते हैं। इसके कई बुरे प्रभाव हैं। आज हम आपको बच्चों पर पड़ने वाले गैजेट के कुछ बुरे प्रभावों के बारे में बताने जा रहे हैं।
1-समय की बर्बादी
स्मार्टफ़ोन यूज़ करने वाले बच्चों और किशोरों का काफी समय इसकी वजह से बर्बाद होता है। जो समय उन्हें पढ़ने-लिखने में देना चाहिए, वह स्मार्टफ़ोन पर फेसबुक और वॉट्सऐप में बीत जाता है। किशोरों की मानसिक क्षमता ऐसी नहीं होती कि वो कोई खास विचार फेसबुक पर डाल सकें या किसी अच्छे ग्रुप से जुड़ कर ढंग की बातें सीख सकें। इस पर ज़्यादातर समय वो दोस्तों के साथ चैटिंग में व्यतीत कर देते हैं। अनजान लोगों से फ्रेंडशिप करना और उनसे चैट करना या फ़िर दोस्तों के साथ ही चैट करना उनकी आदत बन जाती है। इससे उनका बहुत नुकसान होता है। आज लाइफ़ इतनी फास्ट और बिजी हो गई है कि पेरेंट्स के लिए ये संभव नहीं कि हर समय बच्चों पर नज़र रख सकें। ऐसे में, उनका बहक जाना आसान होता है।
आज गैजेट के कारण बच्चों किस तरह से प्रभावित हो रहे हैं, जानने के लिए क्लिक कीजिए आगे की स्लाइड्स पर...
लाइफस्टाइल डेस्क: आज का समय टेक्नोलॉजिकल रेवोल्यूशन का है। रोज़ ही नए-नए गैजेट्स आ रहे हैं। इससे हमारी लाइफ़स्टाइल काफी प्रभावित हुई है। खासकर कम्युनिकेशन के क्षेत्र में तकनीकी बदलाव का असर काफी देखने को मिल रहा है। अब ज़माना पूरी तरह से स्मार्टफोन का आ गया है। खास बात ये है कि स्कूल जाने वाले बच्चे भी स्मार्टफ़ोन से लैस नज़र आते हैं, जबकि देखा जाए तो उन्हें इसकी ज़रूरत नहीं। वैसे तो कई स्कूलों में बच्चों को मोबाइल फ़ोन ले जाने पर पाबंदी है, बावजूद इसके देखने में आता है कि कम उम्र बच्चे और किशोर स्मार्ट फ़ोन का यूज़ करते हैं। इसके कई बुरे प्रभाव हैं। आज हम आपको बच्चों पर पड़ने वाले गैजेट के कुछ बुरे प्रभावों के बारे में बताने जा रहे हैं।
1-समय की बर्बादी
स्मार्टफ़ोन यूज़ करने वाले बच्चों और किशोरों का काफी समय इसकी वजह से बर्बाद होता है। जो समय उन्हें पढ़ने-लिखने में देना चाहिए, वह स्मार्टफ़ोन पर फेसबुक और वॉट्सऐप में बीत जाता है। किशोरों की मानसिक क्षमता ऐसी नहीं होती कि वो कोई खास विचार फेसबुक पर डाल सकें या किसी अच्छे ग्रुप से जुड़ कर ढंग की बातें सीख सकें। इस पर ज़्यादातर समय वो दोस्तों के साथ चैटिंग में व्यतीत कर देते हैं। अनजान लोगों से फ्रेंडशिप करना और उनसे चैट करना या फ़िर दोस्तों के साथ ही चैट करना उनकी आदत बन जाती है। इससे उनका बहुत नुकसान होता है। आज लाइफ़ इतनी फास्ट और बिजी हो गई है कि पेरेंट्स के लिए ये संभव नहीं कि हर समय बच्चों पर नज़र रख सकें। ऐसे में, उनका बहक जाना आसान होता है।
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