how to write biodata(swavrit) in Hindi class 11 (from book madhayam aur abhivayakti)..
Answers
बायोडाटा में आपके जीवन की समुचित जानकारी क्रमशः होती है।
Explanation:
1 - बायोडाटा दस्तावेज़ प्रारूप के रूप में, यह आमतौर पर 1-3 पृष्ठों लंबा होता है और इसका उपयोग रोजगार के लिए किया जाता है।
२- कुछ जगह भावी विवाह साथी को प्रस्तुत करने के लिए व्यक्तिगत प्रोफाइल के रूप में विवाह बायोडाटा का भी उपयोग करते हैं।
3 -बायोडाटा प्रारूप में किसी व्यक्ति के बारे में प्रासंगिक तथ्यात्मक जानकारी शामिल होती है।
4- मुख्य रूप से बायोडाटा में निन्म जानकारी होतीं हैं।
- व्यक्तिगत जानकारी जैसे, जन्म तिथि, लिंग, वैवाहिक स्थिति, धर्म, ऊंचाई, रंग, पिता का नाम आदि
- शैक्षिक पृष्ठभूमि
- व्यावसायिक इतिहास
- कौशल
- रुचियां तथा शौक
जब भी हम बायोडाटा बनाते हैं तो हम उसमे अपनी कई तरह की जानकारी देते हैं। बायोडाटा बनाते समय हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि हम अपनी ज्यादा से ज्यादा जानकारी कम शब्दों में दे सकें।
बायोडाटा में कोई भी जानकारी ज्यादा लंबी नहीं दी जाती है। बस इतना लिख जाता है कि पढ़ने वाला व्यक्ति आसानी से समझ जाए।
बायोडाटा में सबसे ऊपर अपना नाम, ईमेल तथा पूरा पता लिखें। फिर अपने पिता का नाम, अपनी जन्म तिथि, अपनी रुचि इत्यादि लिखें।
इसके बाद अपनी पढ़ाई संबंधी सभी जानकारी दें। किस स्कूल अथवा कॉलेज से आपने क्या पढ़ाई की है इसकी पूरी जानकारी दें।