Hindi, asked by StoryStalker1809, 3 months ago

hum honge kamyab anuched lekhan

Answers

Answered by itzCutieangle
32

Answer:

जीवन में हार-जीत, सफलता-असफलता, हानि-लाभ, सुख-दुख तो दिन-रात की तरह आते-जाते रहते हैं। कई बार परश्रिम और उद्यम के बावजूद हम अपने लक्ष्य को पाने में असफल होते हैं। ऐसे में निराशा का कुहासा हमें घेर लेता है और हम जीवन को बोझ समझने लगते हैं। कायरों की तरह हाथ-पर-हाथ धरकर बैठ जाते हैं।

Similar questions