I am in Grade 6 and I need to learn a Hindi poem with a moral value. Can anyone please give suggestions?
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Explanation:
It's a poem by harivanshrai bachcahan “koshish karne valo ki kabhi haar ni hoti” it inspires me always ❤️.
Have a look,
लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है,
चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है।
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है,
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है।
आख़िर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है,
जा जा कर खाली हाथ लौटकर आता है।
मिलते नहीं सहज ही मोती गहरे पानी में,
बढ़ता दुगना उत्साह इसी हैरानी में।
मुट्ठी उसकी खाली हर बार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
असफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो,
क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो।
जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम,
संघर्ष का मैदान छोड़ कर मत भागो तुम।
कुछ किये बिना ही जय जय कार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
कविता - समय
कवि - डॉ रामगोपाल वर्मा
कितना भी प्रयत्न करो, पर,
समय नही रुकता है।
भीषण आधी-तूफान आगे,
समय नहीं झुकता है।
हमे समय के साथ है चलना,
समय साथ नहीं आता।
एक बार जो पल बीता,
वह कभी हाथ नहीं आता।
टूट डाल से पात गया जो,
पुनः कहाँ जुड़ता है।कितना भी.....
समय सदा बलवान रहा,
हर कोई समय से हारा।
जिसका समय से कदम मिला,
रहा समय उसी का प्यारा।
समय से पहले जो सोचे,
जीवन में वही उठता है।कितना भी.....
इतिहास सीखता हमें समझना,
समय सिखाता चलना।
जीवन हमको सिखलाता है,
कभी न दिशा बदलना।
समय के दरिया में बहना,
जीवान एक मुक्ता है।जितना भी......
साथ समय के वर्षा आती,
समय से गर्मी छाये।
आता समय शीत है लाता,
बसंत समय पर आए।
समय इशारा जब करता,
तब ऋतु-चक्र मुड़ता है।जितना भी....
कितना योद्धा हुए धारा पर,
समय ने सबको मारा।
समय निगल गया तूफानों को,
समय बना अंगारा।
समय के आगे ब्रह्मांड में,
नहीं तुफां उठता है।जितना भी....
शिक्षा
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इस कहानी से हमे यह शिक्षा मिलती है कि समय सबसे बलवान है।हमे समय के साथ चलना चाहिए।हमें समय पर सभी कार्यो को करना चाहिए क्योंकि बिता हुआ समय वापस नही आता।अगर हम समय से पहले अपना लक्ष्य सोच ले तो हम जीवन मे ज़रूर सफल होंगे।