I. बागान मालिक और किसानों के बीच होनेवाले अनुबंध में क्या शर्ते
रहती थी?
Answers
Answer:
अनुबन्ध खेती में काफी लागतें आती है जो अनावश्यक रूप से लाभ में कमी करती हैं। साथ ही अतिवृष्टि और अनावृष्टि तथा कीटों के प्रभाव से भी यदि फसल प्रभावित होती है तो इसका प्रभाव भी लागतों के रूप में बढ़कर फर्म अथवा किसानों पर ही पड़ता है। अतः इसमें अनिश्चितता बनी रहती है।
यदि कोई किसान अपनी भूमि का स्वामित्व स्थानान्तरित कर देता है तो अनुबन्ध खेती के अनुबन्ध को लागू कराने में फर्म को अनेक कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।
हमारे देश में अधिकतर किसानों के पास जमीनों के छोटे.छोटे टुकड़े हैं। जिसमें फार्मों को अनुबन्ध करने में अनेक समस्याएं आती हैं तथा किसानों को आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने में समस्या आती है।
फसल की कीमत फसल के उगाने से पहले ही तय कर दी जाती है। अतः इसमें जोखिम की सम्भावना अधिक होती है और अनुबन्ध भंग पर कानूनी कार्यवाही के गम्भीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं।