• इंडिया को लोकल के लिए वोकल बनना पड़ेगा।(अनुच्छेद लेखन)
Answers
Answer:
Zeebiz
देश के लिए PM मोदी का मंत्र- 'लोकल के लिए वोकल बनना है', समझें क्या हैं इसके मायने
Updated on: May 12, 2020, 09.31 PM IST,
देश के लिए PM मोदी का मंत्र- `लोकल के लिए वोकल बनना है`, समझें क्या हैं इसके मायने
PM मोदी ने कहा आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए, इस पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी और लॉ सभी पर बल दिया गया है.
Subscribe to updates
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कोरोना संकट में देशवासियों को बड़ा मंत्र दिया है. इकोनॉमी के साथ-साथ देश की कोरोना मुक्त रखने का आत्मनिर्भरता का मंत्र. प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने कहा नए संकल्प के साथ मैं आज एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा कर रहा हूं. ये आर्थिक पैकेज,'आत्मनिर्भर भारत अभियान' की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा. यह आर्थिक पैकेज 20 लाख करोड़ रुपए का है. ये पैकेज भारत की GDP का करीब-करीब 10 प्रतिशत है.
PM मोदी ने कहा आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए, इस पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी और लॉ सभी पर बल दिया गया है. ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, हमारे लघु-मंझोले उद्योग, हमारे MSME के लिए है, जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है, जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार है.
लोकल के लिए वोकल रहे हर देशवासी
पीएम मोदी ने माना कि ये संकट इतना बड़ा है कि बड़ी से बड़ी व्यवस्थाएं हिल गई हैं. लेकिन, इन्हीं परिस्थितियों में हमने देश ने हमारे गरीब भाई-बहनों की संघर्ष-शक्ति, उनकी संयम-शक्ति का भी दर्शन किया है. आज से हर भारतवासी को अपने लोकल के लिए ‘वोकल’ (vocal about local) बनना है. हमें न सिर्फ लोकल प्रॉडक्ट्स खरीदने हैं, बल्कि उनका गर्व से प्रचार भी करना है. मुझे पूरा विश्वास है कि हमारा देश ऐसा कर सकता है. लोकल से ग्लोबल बनने का यह बड़ा अवसर, इसलिए लोकल के लिए वोकल रहें.
लोकल ने ही हमें बचाया-PM
प्रधानमंत्री ने कहा- गरीब, श्रमिक, प्रवासी मजदूर हों, मछुआरे हों. हर तबके लिए आर्थिक पैकेज में कुछ महत्वपूर्ण फैसलों का ऐलान किया जाएगा. कोरोना ने हमें लोकल मैन्यूफैक्चरिंग, लोकल सप्लाई चेन और लोकल मार्केटिंग का भी मतलब समझा दिया है. लोकल ने ही हमारी डिमांड पूरी की है. हमें इस लोकल ने ही बचाया है. लोकल सिर्फ जरूरत नहीं, बल्कि हम सबकी जिम्मेदारी है.
ग्लोबल ब्रांड पहले लोकल ही थे-PM
PM मोदी ने कहा- समय ने हमें सिखाया है कि लोकल को हमें अपना जीवन मंत्र बनाना ही होगा. आपको जो आज ग्लोबल ब्रांड लगते हैं, वो भी कभी ऐसे ही लोकल थे. जब वहां के लोगों ने उनका इस्तेमाल और प्रचार शुरू किया. उनकी ब्रांडिंग की, उन पर गर्व किया तो वे प्रोडक्ट्स लोकल से ग्लोबल बन गए. इसलिए, आज से हर भारतवासी को अपने लोकल के लिए वोकल बनना है. न सिर्फ लोकल प्रोडक्ट्स खरीदने हैं, बल्कि उनका गर्व से प्रचार भी करना है. मुझे पूरा विश्वास है कि हमारा देश ऐसा कर सकता है.
प्रधानमंत्री ने लोकल प्रोडक्ट्स को लेकर खादी की मिसाल दी. उन्होंने कहा मैं गर्व के साथ एक बात महसूस करता हूं. मैंने एक बार आपसे खादी खरीदने का आग्रह किया था. बहुत ही कम समय में खादी और हैंडलूम की बिक्री रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई. उसे आपने बड़ा ब्रांड बना दिया. बहुत छोटा सा प्रयास था. लेकिन, बहुत अच्छा परिणाम मिला.
Explanation:
Mark me as brainliest