(i) हिन्दी की समायोजन शक्ति से लेखक का क्या अभिप्राय है?
(ii) हिन्दी भाषा के संदर्भ में शुद्धतावादी होने का क्या अभिप्राय है?
(iii) हिन्दी को सबसे संवाद स्थापित करने का अवसर कैसे मिला है?
(iv) सबके साथ कदम मिलाकर चलने के लिए क्या आवश्यक है ?
v)
'समायोजन' और 'सहजता' शब्दों में से उपसर्ग और प्रत्यय अलग-अलग करके
लिखिए।
vi) 'जड़' और 'जन्म' शब्दों के विलोम शब्द लिखिए।
ii) गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक लिखिए।समायोजन और सहजता शब्दों में से उपसर्ग और प्रत्यय अलग अलग करके लिखिए
Answers
(i) हिन्दी की समायोजन शक्ति से लेखक का क्या अभिप्राय है ?
उत्तर : हिन्दी की समायोजन शक्ति से लेखक का अभिप्राय है गैर-हिंदी भाषाओं की कई विशेषताओं को अपनाना | जैसे हिंदी भाषा द्वारा अरबी, फारसी, तुर्की, अंग्रेज़ी जैसी अनेक बाहरी भाषाओं एवं संस्कृतियों के शब्दों का प्रयोग करना |
(ii) हिन्दी भाषा के संदर्भ में शुद्धतावादी होने का क्या अभिप्राय है?
उत्तर : हिन्दी भाषा के संदर्भ में शुद्धतावादी होने से अभिप्राय है कि गैर-हिंदी भाषाओं का प्रयोग न करते हुए हिंदी भाषाओँ के शब्दों और बोलियों से हिंदी भाषा का प्रयोग करना |
(iii) हिन्दी को सबसे संवाद स्थापित करने का अवसर कैसे मिला है?
उत्तर : हिन्दी को सबसे संवाद स्थापित करने का अवसर हमें सूचना क्रांति, तकनीकी विकास और वैज्ञानिक आविष्कारों के द्वारा संवाद स्थापित हुआ था | जिसका माध्यम हिंदी भाषा बनी |
(iv) सबके साथ कदम मिलाकर चलने के लिए क्या आवश्यक है ?
उत्तर : सबके साथ कदम मिलाकर चलने के सभी लोगों का आपसी सहयोग बहुत आवश्यक है | सभी लोगों हिंदी भाषा को अपनाना होगा | हिंदी भाषा के महत्व को समझना होगा |
v) 'समायोजन' और 'सहजता' शब्दों में से उपसर्ग और प्रत्यय अलग-अलग करके
लिखिए।
उत्तर: समायोजन = सम +आयोजन
सहजता'= सह + अजता
vi) 'जड़' और 'जन्म' शब्दों के विलोम शब्द लिखिए।
उत्तर : जड़ का विलोम शब्द = चेतन l
जन्म का विलोम शब्द = मृत्यु l
ii) गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक लिखिए।
उत्तर : उपरोक्त गद्यांश का शीर्षक ‘हिंदी भाषा और तकनीकी युग’ हो सकता है।