I have a problem viewing this content or al contents. it teell i have limited acces eventhogh i have the highest access possible
Answers
Answered by
0
ध्वनियों के लिए एक लिपि चिह्न हो। आधारभूत शब्दावली और वर्णमाला की इस समानता के कारण लंबे समय से एक संपर्क लिपि या राष्ट्र लिपि की भी आवश्यकता अनुभव की जाती रही है। जिस प्रकार सब भारतीय भाषाओं के अपनी-अपनी जगह सुरक्षित रहते हुए हिंदी उनके बीच संवाद के लिए संपर्क भाषा का काम करती है, उसी प्रकार इन सब भाषाओं की अपनी लिपियों को सुरक्षित रखते हुए यदि संपर्क की सुविधा को ध्यान में रखकर देवनागरी लिपि को भी स्वीकार कर लिए जाए तो अखिल भारतीय भाषिक संपर्क में अधिक घनिष्ठता आ सकती है। राष्ट्रीयता की भावना से पे्ररित भारतीय जनता व्यापक संपर्क की इन प्रणालियों (संपर्क भाषा और संपर्क लिपि) को सहजतापूर्वक स्वीकार कर सकती है, परंतु समय-असमय विकराल रूप में सामने आकर शुद्ध राजनैतिक
स्वार्थ ऐसे तमाम प्रयासों में पलीता लगा देते हैं!
स्वार्थ ऐसे तमाम प्रयासों में पलीता लगा देते हैं!
Similar questions
Accountancy,
8 months ago
Social Sciences,
1 year ago
Social Sciences,
1 year ago
English,
1 year ago