I have to write 2 to 3 stories in my notebook but I cannot get any short story in hindi all stories are soo long I have to write the short story on 1 page so please friends help me tell me some stories in hindi only for class 2 plz help me friends
plz only in hindi
Plz help me friends
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माँ वह है जो हमें जन्म देने के साथ ही हमारा लालन-पालन भी करती हैं। माँ के इस रिश्तें को दुनियां में सबसे ज्यादा सम्मान दिया जाता है। यहीं कारण है प्रायः संसार में ज्यादेतर जीवनदायनी और सम्माननीय चीजों तो माँ के संज्ञा दी गयी है जैसे कि भारत माँ, धरती माँ, पृथ्वी माँ, प्रकृति माँ, गौ माँ आदि। इसके साथ ही माँ को प्रेम और त्याग की प्रतिमूर्ति भी माना गया है। इतिहास कई सारी ऐसे घटनाओं के वर्णन से भरा पड़ा हुआ है। जिसमें मताओं ने अपने संतानों के लिए विभिन्न प्रकार के दुख सहते हुए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। यही कारण है कि माँ के इस रिश्तें को आज भी संसार भर में सबसे सम्मानित तथा महत्वपूर्ण रिश्तों में से एक माना जाता है।
घोड़ा और गधा
एक धोबी के पास एक घोड़ा और एक गधा था। एक दिन, धोबी ने कपड़ों की भारी पोटली गधे की पीठ पर लाद दी। घोड़े के ऊपर कुछ नहीं लादा
गधे के ऊपर लदा दोझा काफी भारी था। उसने घोड़े से अनुरोध किया, "भाई! मैं इस बोझ के मारे मरा जा रहा हूँ। कुछ बोझा अपने ऊपर ले लो।"
घोड़े ने साफ इन्कार कर दिया, “मैं क्यों तुम्हारा बोझा लावू ? घोड़े तो सवारी के लिए होते हैं, बोझा ढोने के लिए नहीं।”
गधा चलता रहा। कुछ देर बाद गधा बोझा नहीं सह पाया और गिर पड़ा। अब धोबी को अपनी गलती समझ में आई। उसने गधे को पानी पिलाया और सारा बोझा घोड़े के ऊपर लाद दिया।
अब घोड़ा पछताने लगा। वह सोचने लगा, "अगर मैंने गधे की बात मानकर उसका आधा बोझा अपनी पीठ पर ले लिया होता, तो मुझे पूरा बोझा लादकर बाज़ार तक इस तरह नहीं जाना पड़ता
हौद पड़ा कुत्ता में
एक बाड़े में एक कुत्ता रहता था। वह हमेशा घोड़ों का चारा रखने की हौद में मुलायम सूखी घास पर सोता रहता था। वैसे कुत्ते का भोजन तो बाई के बाहर अहाते में रखा जाता था लेकिन स्वार्थी उसी हौद में पड़ा रहता था। इतना ही नहीं, जब घोड़े खाना खाने आते, तो वह उन पर भौंकने भी लगता।
बेचारे घोड़े अपना खाना तक नहीं खा पाते थे! वे कुत्ते को बताते कि किसान ने अहाते में उसके लिए हड़ियाँ रखी हैं, लेकिन कुत्ता हौद से बाहर निकलने को तैयार ही नहीं होता था।
"कितना स्वार्थी कुत्ता है!" घोड़ों ने आपस में कहा "वह जानता है कि वह घास नहीं खा सकता लेकिन वह तो हमें भी कुछ खाने नहीं देता। वह हमें तो परेशानी में डालता ही है, वह खुद भी परेशानी में पड़ेगा!"